
भारत की सख्ती के बाद आतंकवादियों को सेना के बंकरों में भेज रहा पाकिस्तान- रिपोर्ट
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगामा में गत 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों भी सतर्क हो गई है। वह आतंकियों के ठिकानों को तलाश कर ध्वस्त करने में जुटी है।
इस बीच पाकिस्तानी सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई आतंकी लॉन्च पैड खाली कराना शुरू कर दिया है।
इतना ही नहीं, वह आतंकवादियों को सेना के आश्रय स्थल और बंकरों में स्थानांतरित करने में भी जुटी हुई है।
जगह
कहां से खाली किए गए हैं आतंकियों के लॉन्च पैड
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा दी गई खुफिया जानकारी से पता चलता है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों को PoK के केल, सरदी, दुधनियाल, अथमुकाम, जुरा, लीपा, पच्चीबन, फॉरवर्ड कहुता, कोटली, खुईरट्टा, मंधार, निकेल, चमनकोट और जानकोट सहित प्रमुख स्थानों में संचालित लॉन्च पैड से हटाकर सेना के गुप्त ठिकानों या बंकरों में भेजना शुरू कर दिया है।
इन स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में आतंकियों का जमा होना बताया गया है।
कारण
क्यों खाली कराए गए हैं लॉन्च पैड?
रिपोर्ट के अनुसार, पहलगाम आतंकी हमले के बार भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सघन तलाशी अभियान शुरू कर PoK में आतंकियों के कई लॉन्च पैड होने का पता लगाया था।
ऐसे में पाकिस्तानी सेना ने देश पर आतंकियों को शरण देने के पुख्ता सबूत हाथ लगने से बचाने के लिए आतंकियों को इन लॉन्च पैड से हटाना शुरू कर दिया है।
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को आतंकियों के खिलाफ होने का संदेश देना चाहता है।
सवाल
क्या होते हैं आतंकी लॉन्च पैड?
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, PoK में संचालित ये लॉन्च पैड पारंपरिक रूप से महत्वपूर्ण केंद्रों के रूप में काम करते हैं, जहां आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर जम्मू-कश्मीर में भेजे जाने से पहले तैनात किया जाता है।
तैनाती से पहले आतंकियों को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के पाकिस्तान में मौजूद तीन महत्वपूर्ण केंद्रों पर आतंक फैलाने का पाठ पढ़ाया जाता है और उनके भारत के खिलाफ जहर भरा जाता है।
यहां उन्हें हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
सुरक्षा
आतंकियों को भारत से बचाना चाहता है पाकिस्तान
अचानक से आतंकियों की जगह बदलने से यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान अपने आतंकी ढांचे को भारतीय निगरानी और पूर्व-आक्रमण से बचाना चाहता है।
पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों ने PoK में स्थित 42 आतंकी लॉन्च पैड और प्रशिक्षण केंद्रों पर निशाना साधा था।
सुरक्षा बलों की माने तो वर्तमान में लगभग 150 से 200 प्रशिक्षित आतंकवादी विभिन्न शिविरों में मौजूद हैं और भारत घुसपैठ के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वह अब उन्हें खोना नहीं चाहता है।
आतंकी
जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हैं 60 पाकिस्तानी आतंकी
खुफिया एजेंसियों की एक पुरानी रिपोर्ट के अनुसार, हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और LeT के कुल 60 आतंकवादी वर्तमान में जम्मू और कश्मीर में सक्रिय हैं। उसके साथ ही केंद्र शासित प्रदेश में 17 स्थानीय आतंकवादी भी सक्रिय हैं।
इनका काम भारत में आतंक फैलाने के साथ युवाओं को बहला फुसलाकर आतंक के रास्ते पर ले जाना है।
सेना लगातार अभियान चलाकर इन आतंकियों का पता लगाना उनका खात्मा करने में जुटी है।
हमला
पहलगाम में कैसे हुआ था आतंकी हमला?
22 अप्रैल को पहलगाम के एक रिसॉर्ट में 4 आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे।
इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई। इस हमले से पूरा देश स्तब्ध है तथा भारत और विदेशों में इसकी कड़ी निंदा की है।
यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।