जम्मू-कश्मीर: आखिर क्या होने वाला है? 28,000 और अर्धसैनिक बल भेजे जाएंगे, 'ऑपरेशन अलर्ट' पर सेनाएं
पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर में 10,000 अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद अब केंद्र सरकार कश्मीर में 28,000 और अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती करने जा रही है। खबरों के अनुसार, अर्धसैनिक बलों की 280 कंपनियों को घाटी के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा सरकार ने सेना और वायुसेना को भी 'हाई ऑपरेशन अलर्ट' पर रखा है, जिससे कश्मीर में कुछ बड़ा होने की अटकलें और तेज हो गई हैं।
सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं पर अर्धसैनिक बल तैनात
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, जिन 280 कंपनियों की तैनाती की जाएगी उनमें ज्यादातर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की कंपनियां होगीं। अतिरिक्त बलों की तैनाती संवेदनशील इलाकों में होगी। मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के अनुसार, घाटी के सभी बड़े प्रवेश और निकास बिंदुओं को केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (CAPF) ने अपने कब्जे में ले लिया है और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान नाम मात्र को तैनात हैं।
स्थानीय लोगों की बढ़ रही चिंता
अधिकारियों ने इस बीच ये नहीं बताया कि अचानक इतने अतिरिक्त बलों की तैनाती क्यों की जा रही है। हालांकि, इससे स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ी है और वो इसे कानून व्यवस्था की स्थिति में गिरावट आने के डर से जोड़कर देख रहे हैं। उन्होंने आपातकाल स्थिति के लिए जरूरी सामान खरीदना भी शुरू कर दिया है। कश्मीर के राजनेताओं का आरोप है कि अतिरिक्त बलों की तैनाती से घाटी के लोगों में डर का माहौल बना है।
बलों की तैनाती के लिए ली जा रही वायुसेना की मदद
सरकार ने कश्मीर में मौजूदा स्थिति को देखते हुए सेना और वायुसेना को भी 'हाई ऑपरेशन अलर्ट' पर रखा है। अर्धसैनिक बलों को तेजी से तैनात करने के लिए वायुसेना के C-17 हेवी लिफ्ट विमानों की मदद ली जा रही है।
लगभग दोगुनी हो जाएगी कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की संख्या
इससे पहले गृह मंत्रालय ने 26 जुलाई को देर रात जम्मू-कश्मीर में 10,000 अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती का आदेश दिया था। मंत्रालय ने कहा था कि आतंकरोधी अभियानों और राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इन अतिरिक्त बलों की तैनाती की जा रही है। बता दें कि कश्मीर में इन तैनातियों से पहले 40,000 अर्धसैनिक बल थे और अब 38,000 अतिरिक्त बलों की तैनाती के बाद ये संख्या लगभग दोगुनी हो जाएगी।
अतिरिक्त बलों की तैनाती को लेकर अटकलों का बाजार गर्म
कश्मीर में अतिरिक्त बलों की तैनाती को मुख्यतौर पर धारा 35A और धारा 370 को हटाने संबंधी कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। ये दोनों ही धाराएं कश्मीर को एक विशेष दर्जा देती हैं। वहीं, सरकार का कहना है कि आतंक के खिलाफ कार्रवाई और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ये तैनाती हो रही है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार स्वतंत्रता दिवस पर राज्य की हर पंचायत में तिरंगा फहराना चाहती है, इसलिए ये फैसला लिया गया है।
बालाकोट एयर स्ट्राइक से 2 दिन पहले भी हुए थे 10,000 अतिरिक्त बल तैनात
इससे पहले बालाकोट एयर स्ट्राइक से दो दिन पहले 24 फरवरी को भी केंद्र सरकार ने घाटी में अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त 100 कंपनियों की तैनाती की थी। इसके बाद जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगा दिया गया और इसके नेताओं और समर्थकों पर कार्रवाई की गई।