
बिहार: मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत, 12 की हालत गंभीर
क्या है खबर?
बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब से मौत होने का मामला सामने आया है। मोतिहारी जिले के लक्ष्मीपुर और हरसिद्ध थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, करीब 20 लोगों की हालत गंभीर है।
बताया जा रहा है कि घायलों में से कुछ लोगों की आंख को रोशनी भी चली गई है।
फिलहाल सभी घायलों का मोतिहारी सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डायरिया
पहले डायरिया की वजह से जताई थी मौत की आशंका
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार रात को हरसिद्धि थाना क्षेत्र में पहली मौत हुई थी। यहां 4 घंटे के भीतर पिता और पुत्र की मौत हो गई।
इसके बाद प्रशासन और डॉक्टर की टीम मौके पर पहुंची और डायरिया की वजह से मौत होने की आशंका जताई।
वहीं, लक्ष्मीपुर में 4 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से दो लोगों ने गुरुवार शाम शराब पी थी। मौत होने के बाद कई शवों का आनन-फानन में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
जांच
प्रशासन ने दिए घटना की जांच के आदेश
मोतिहारी के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, बीमार लोगों के इलाज के लिए मेडिकल टीम गांवों में भेजी गई है।
जोरवाल के मुताबिक, "आसपास के गांवों में लोगों की मौत की सूचना मिली है। जहरीली शराब पीने की बात कही जा रही है। बीमार लोगों के इलाज के लिए मेडिकल टीम संबंधित गांवों में भेजी गई है। उत्पाद अधीक्षक के नेतृत्व में शराब के बिंदु पर जांच के लिए टीम बनाई गई है।"
शराबबंदी
बिहार में लागू है शराबबंदी
अप्रैल, 2016 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने बिहार में शराब के उत्पादन और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बावजूद राज्य में शराब की कालाबाजारी की खबरें आती रहती हैं।
दिसंबर, 2022 में जारी आंकड़ों के मुताबिक, शराबबंदी लागू होने के बाद से सरकार ने 6.5 लाख से ज्यादा लोगों को कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 2022 में सरकार ने करीब 40 लाख लीटर अवैध शराब जब्त की थी।
मामले
जहरीली शराब से मौत के मामले
दिसंबर, 2022 में बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 70 लोगों की मौत हो गई थी।
इसी महीने सारण जिले में जहरीली शराब पीने से 29 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी।
इसी साल जनवरी में सीवान जिले में भी 7 लोगों की मौत हो गई थी। जांच में खुलासा हुआ था कि ये शराब स्प्रिंट के जरिए बनाई जा रही थी।