कोरोना का कहर: 533 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक है पॉजीटिविटी रेट
देश में इन दिनों कोरोना महामारी की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। पहली लहर में जहां कोरोना के ज्यादातर मामले शहरों तक सीमित थे, वहीं इस बार ग्रामीण इलाके भी महामारी की मार का सामना कर रहे हैं। महामारी के प्रसार के बारे में बताते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश के 700 से अधिक जिलों में से 533 ऐसे हैं, जहां पॉजीटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है।
क्या होती है पॉजीटिविटी रेट?
कुल सैंपल में से जितने सैंपलों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होती है, उसे पॉजिटिविटी रेट कहा जाता है। 10 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट का मतलब है कि टेस्ट किए गए 100 सैंपलों में से 10 में कोरोना संक्रमण पाया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर पॉजीटिविटी रेट 20-21 प्रतिशत- ICMR
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के प्रमुख डॉ बलराम भार्गव ने बताया कि भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर पॉजिटिविटी रेट 20-21 प्रतिशत के बीच बनी हुई है। लगभग 42 प्रतिशत जिले ऐसे हैं, जहां यह राष्ट्रीय औसत से ऊपर है। जल्दी टेस्टिंग और लोगों को आइसोलेट करना ही इसका समाधान है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग के लिए बड़े स्तर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाने चाहिए।
पांच राज्यों के 30-30 जिलों में पॉजीटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ऊपर
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पांच राज्यों में 30-30 से अधिक ऐसे जिले हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 10% से अधिक बनी हुई है। इनमें सबसे ज्यादा 45 जिले मध्य प्रदेश के, 38 उत्तर प्रदेश, 36 महाराष्ट्र, 34 तमिलनाडु और 33 जिले बिहार के हैं।
बाकी राज्यों और जिलों का क्या हाल?
इसी तरह आठ राज्यों के 20-20 से अधिक जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है। इनमें 28-28 जिले कर्नाटक और राजस्थान के, 27 ओडिशा, 24 छत्तीसगढ़, 23 गुजरात, 22-22 हरियाणा और पश्चिम बंगाल और 20 जिले असम के हैं। इनके अलावा झारखंड और पंजाब के 18-18, केरल के 14, अरुणाचल के 13, आंध्र, उत्तराखंड और हिमाचल के 12-12 और दिल्ली के 11 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है।
533 जिलों में कड़ी पाबंदियों की जरूरत- स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, "हमने राज्यों को बता दिया है कि 10 प्रतिशत से अधिक पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों में कड़े कंटेनमेंट कदम उठाने की जरूरत है। अभी 533 जिले ऐसे हैं, जहां कड़ी पाबंदियों की जरूरत है।"
छह राज्यों में पॉजीटिविटी रेट 25 प्रतिशत से अधिक
सरकार ने बताया कि 11 मई को समाप्त हुए सप्ताह में 26 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे थे, जहां पॉजीटिविटी रेट 15 प्रतिशत, छह राज्यों में 5-15 प्रतिशत बनी हुई थी। केवल चार ही ऐसे राज्य थे, जहां यह 5 प्रतिशत से कम थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, छह राज्य और तीन केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं, जहां पॉजीटिविटी रेट 25 प्रतिशत से अधिक है। इनमें सबसे आगे गोवा (49.6 प्रतिशत) और पुडुचेरी (42.8 प्रतिशत) का नाम आता है।
इन राज्यों में बढ़ रहे दैनिक मामले
महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में जहां इन दिनों दैनिक मामलों की संख्या स्थिर रहने लगी है, वहीं 14 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में यह बढ़नी शुरू हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, पंजाब, असम, जम्मू और कश्मीर, गोवा, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के दैनिक मामलों में उछाल का ट्रेंड देखने को मिल रहा है।