लद्दाख में सैन्य अभ्यास के दौरान हादसा, नदी पार करते समय 5 जवान शहीद
लद्दाख से एक दुखद हादसे की खबर सामने आ रही है। यहां के दौलत बेग ओल्डी (DBO) इलाके में सैन्य अभ्यास के दौरान हादसा होने से भारतीय सेना के JCO सहित 5 जवान शहीद हो गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, टैंक अभ्यास के दौरान नदी पार करते समय अचानक से नदी का जलस्तर बढ़ गया जिसमें सेना के जवान फंस गए। सुबह 3 बजे के आसपास यह हादसा हुआ है। कुछ जवानों की तलाश अभी भी जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
रिपोर्ट के मुताबिक, DBO में टैंक अभ्यास चल रहा था। इस दौरान सेना के कई टैंक यहां मौजूद थे। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास T-72 टैंक द्वारा नदी पार करने का अभ्यास किया जा रहा था। तभी नदी का जलस्तर बढ़ गया और टैंक बह गया। घटना के वक्त टैंक में 5 जवान सवार थे। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, एक जवान को ढूंढ़ लिया गया है और बाकियों की तलाश जारी है।
रक्षा मंत्री ने हादसे पर जताया दुख
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, 'लद्दाख में नदी पार कराते समय हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में भारतीय सेना के 5 बहादुर जवानों की जान जाने से मैं बहुत दुखी हूं। हम देश के लिए अपने वीर जवानों की अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। शोक संतृप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। दुख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है।'
LAC से सटा है इलाका
LAC के नजदीक का ये इलाका बीते कुछ सालों से बेहद संवेदनशील है। 2020 से भारत और चीन की सेनाओं के बीच यहां गतिरोध चल रहा है। हालांकि, दोनों पक्ष टकराव बिंदू से पीछे हट गए हैं, लेकिन अभी भी सैनिकों की बड़े स्तर पर तैनाती है। पिछले साल भी लेह के कियारी के पास सेना का एक ट्रक सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गया था, जिसमें 9 सैनिक मारे गए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
T-72 टैंक को 1960 में रूस में बनाया गया और 1973 में सोवियत सेना में शामिल किया गया। इसमें 125 मिलीमीटर की तोप है, जो 4,500 मीटर दूर तक हमला कर सकती है। इसमें 12.7 और 7.62 मिलीमीटर की 2 मशीन गन भी लगी है। यह टैंक परमाणु, जैविक और रासायनिक हथियारों से निपटने के लिए खास तकनीक से लैस है। फिलहाल भारतीय सेना में 2,400 से ज्यादा T-72 टैंक हैं।