लालकृष्ण आडवाणी से लेकर स्वामीनाथन तक, इस साल इन 5 हस्तियों को मिला भारत रत्न
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 3 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का नाम शामिल है।
इससे पहले पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर को भी इस सम्मान से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया था।
आइए इन हस्तियों के बारे में जानते हैं।
#1
कर्पूरी ठाकुर
इस साल भारत रत्न देने का सिलसिला कर्पूरी ठाकुर से शुरू हुआ था। 24 जनवरी को उनकी 100वीं जयंती से ठीक एक दिन पहले सरकार ने ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न देने का ऐलान किया था।
2 बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे ठाकुर ने पिछड़ी जातियों को 26 प्रतिशत आरक्षण देने समेत कई अहम काम किए। इन फैसलों ने उन्हें पिछड़ी जातियों का मसीहा बना दिया और 'जननायक' की उपाधि भी मिली।
#2
लालकृष्ण आडवाणी
3 फरवरी को सरकार ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया। 5 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा सांसद रहे आडवाणी के नाम सबसे लंबे समय तक भाजपा के अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड भी है।
कराची में जन्मे आडवाणी युवावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ गए थे। राम मंदिर आंदोलन के लिए आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी। इससे उनकी पहचान राष्ट्रीय स्तर के हिंदूवादी नेता के तौर पर बनी।
#3
चौधरी चरण सिंह
किसानों और जाटों के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले चौधरी चरण सिंह करीब 5 महीने देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। वे 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
चरण सिंह को "किसानों का मसीहा" कहा जाता था। उन्होंने किसानों के हितों को देखते हुए 1954 में उत्तर प्रदेश में भूमि संरक्षण कानून पारित कराया।
वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की स्थापना की।
#4
पीवी नरसिम्हा राव
नरसिम्हा राव 1991 से 1996 तक देश के 9वें प्रधानमंत्री थे। 28 जून, 1921 को करीमनगर में जन्में राव ने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1957 में बतौर आंध्र प्रदेश विधानसभा सदस्य की।
करीब 15 सालों तक उन्होंने आंध्र प्रदेश सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली और मुख्यमंत्री भी बने। वे प्रधानमंत्री के अलावा देश के गृह, रक्षा, विदेश और मानव संसाधन विकास मंत्री भी रहे।
राव को साहित्य में विशेष रुचि थे और वे 18 भाषाएं जानते थे।
#5
एमएस स्वामीनाथन
7 अगस्त, 1925 को जन्मे स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता है। इसकी वजह से भारत खाद्यान्न की कमी वाले देश से उभरकर आत्मनिर्भर बना था।
कृषि क्षेत्र में सराहनीय भूमिका के लिए उन्हें पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। दुनियाभर के विश्वविद्यालयों से स्वामीनाथन को 81 मानद डॉक्टरेट उपाधियां मिली थीं।
उन्हें राज्यसभा का सदस्य भी मनोनीत किया गया था।
भारत रत्न
बीते 10 सालों में दिए गए 10 भारत रत्न
2014 से अब तक केंद्र सरकार 10 लोगों को देश का सर्वोच्च सम्मान दे चुकी है।
2015 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न दिया गया था।
2019 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सामाजिक कार्यकर्ता नाना जी देशमुख और फिल्म निर्माता भूपेन हजारिका को भारत रत्न मिला था।
2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के दौरान केवल 3 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।