दिल्ली: युवक के शव के टुकड़े कर पाकिस्तानी हैंडलर को भेजा वीडियो, दो आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कथित तौर पर आतंकी संगठन से संबंध रखने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इन्होंने पूछताछ में बताया कि इन्होंने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से प्रेरित होकर पिछले महीने दिल्ली में एक 21 वर्षीय युवक का सिर काट दिया था। उन्होंने इस करतूत का 37 सेकंड का वीडियो भी रिकॉर्ड किया और इसे पाकिस्तान में बैठे सोहेल नामक अपने हैंडलर को भेजा था। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
ISI के लिए काम करता है सोहेल
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने यह हत्या और वीडियो रिकॉर्ड सोहेल के प्रति अपनी निष्ठा दिखाने के लिए किया था। सोहेल पहले लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता था और अब वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के साथ काम करता है।
आरोपियों ने हत्या कर शव के किए आठ टुकड़े
पुलिस ने इस वीडियो को बरामद करने के साथ-साथ आरोपियों को भी पता लगा लिया है। इनकी पहचान 56 वर्षीय नौशाद और 29 वर्षीय जगजीत सिंह के तौर पर हुई है। इन्होंने पहले युवक की गला घोंटकर हत्या की और बाद में उसके शव के आठ टुकड़े कर दिए। पुलिस ने शनिवार को भलस्वा डेयरी इलाके से लाश के छह टुकड़े और कुछ कपड़े बरामद किए हैं। पुलिस इन्हें मृतक युवक की लाश के टुकड़े ही मानकर चल रही है।
मृतक की नहीं हो पाई पहचान
पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने 14 दिसंबर को आदर्श नगर के एक पार्क से संभवत: किसी नशे के आदी व्यक्ति को बहलाया था। बाद में उन्होंने उसकी हत्या करते हुए वीडियो बनाया। कुछ समय तक घर में शव के टुकड़े रखने के बाद उन्होंने एक-एक कर उन्हें फेंकना शुरू किया था। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है और पुलिस ने उसके शव के टुकड़े फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।
आरोपियों के ठिकाने से मिले ग्रेनेड
जांच के लिए आरोपियों के ठिकाने पर पहुंची फॉरेंसिक टीम को वहां पर दो ग्रेनेड, तीन पिस्तौल और इंसानी खून के निशान मिले हैं। पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
जेल में आतंकियों से मिला था आरोपी नौशाद
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नौशाद को पहले एक हत्या के मामले में 1991-92 में गिरफ्तार किया गया था। उस समय उसे तिहाड़ जेल में रखा गया था, जहां वह लश्कर के मोहम्मद आरिफ समेत कई आतंकियों से मिला। इसके बाद पैरोल पर गया और फरार हो गया। 1996 में एक बार फिर उसे हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि सोहेल से भी उसकी मुलाकात जेल में बंद रहने के दौरान हुई।
तिहाड़ जेल में ही जगजीत सिंह से मिला नौशाद- सूत्र
सूत्रों ने कहा कि नौशाद 2011 में सोहेल से मिला था और उसका झुकाव कट्टरपंथ की तरफ हो गया। सोहेल 2013 में जेल से रिहा हुआ और पाकिस्तान चला गया। 2018 में नौशाद एक बार फिर जेल से बाहर आया, लेकिन दो साल उत्तराखंड में एक वसूली के मामले में फिर जेल में चला गया। इस दौरान उसकी जगजीत सिंह से मुलाकात हुई। जगजीत सिंह कनाडा में बैठे गैंगस्टर अर्शदीप सिंह गिल का करीबी माना जाता है।
पिछले साल जेल से बाहर आया था नौशाद
सूत्रों के अनुसार, नौशाद पिछले साल अप्रैल में जेल से बाहर आया और वह आरिफ के संपर्क में रहा। दावा किया जा रहा है कि नौशाद को सोहेल से अपने जीजा के जरिये दो लाख रुपये मिले थे। सोहैल ने उसे प्रमुख हिंदू नेताओं को निशाना बनाने को कहा था, जबकि जगजीत सिंह को प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा की गतिविधियों का दायरा बढ़ाने के लिए कहा गया था।