भारतीय सेना की कार्रवाई में मारे गए 15 पाकिस्तानी जवान और आठ आतंकी- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पाकिस्तान को एक बड़ा सबक सिखाते हुए भारतीय सेना ने 10 अप्रैल को नियंत्रण रेखा (LoC) के उस पार आतंकी ठिकानों पर हमला करते हुए आठ आतंकियों और 15 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया।
मामले की जानकारी रखने वाले दो सुरक्षा अधिकारियों ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' को ये जानकारी दी है।
इनमें से एक अधिकारी ने कहा कि ये पाकिस्तान के लिए एक संदेश था कि उसकी हर नापाक हरकत की सजा उसे दी जाएगी।
मामला
लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा पाकिस्तान, भारत ने की जबावी कार्रवाई
दरअसल, एक तरफ जहां भारत और पाकिस्तान दोनों कोरोना वायस से जूझ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान पिछले कुछ दिनों से LoC पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है।
इसका जबाव देते हुए 10 अप्रैल को भारतीय सेना ने किशनगंगा नदी के किनारे दुधनियाल स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
5 अप्रैल पांच भारतीय कमांडोज के साथ आमने-सामने की लड़ाई में मारे गए पांचों आतंकियों ने इसी आतंकी ठिकाने से भारत में घुसपैठ की थी।
खुफिया रिपोर्ट्स
घुसपैठ के लिए तैयार बैठे थे लगभग 160 आतंकी
खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना के इस हमले में पाकिस्तानी सेना के 15 जवान और आठ आतंकी मारे गए। इसके अलावा आसपास की कुछ दुकानों को भी गोलाबारी से नुकसान पहुंचा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आतंकी ठिकानों पर लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के लगभग 160 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे थे।
रिपोर्ट्स में रजौरी और जम्मू सेक्टर में भी जैश के 70 आतंकियों के घुसपैठ के लिए तैयार होने की बात भी कही गई है।
प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने कही चार नागरिकों के घायल होने की बात
पाकिस्तानी सेना ने भी शारदा, दुधनियाल और शाहकोट सेक्टर में भारतीय सेना की तरफ से गोलाबारी किए जाने की बात स्वीकार की है। हालांकि उसने एक 15 वर्षीय लड़की समेत केवल चार आम नागरिकों के गंभीर रूप से घायल होने की बात कही है।
पाकिस्तान ने भारत पर 2020 में 708 बार सीजफायर का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया। पाकिस्तान के अनुसार इन हमलों में दो आम नागरिक मारे गए, वहीं 42 अन्य घायल हुए।
तरकीब
सीजफायर उल्लंघन का सहारा ले आतंकियों की घुसपैठ कराता है पाकिस्तान
बता दें कि सीजफायर उल्लंघन कर आतंकियों की घुसपैठ कराना पाकिस्तान की पुरानी तरकीब है। एक तरफ पाकिस्तानी सेना सीजफायर उल्लंघन कर भारतीय सेना का ध्यान बंटाती है, वहीं दूसरी तरफ से आतंकी भारत में घुसपैठ करते हैं।
इसी का हवाला देते हुए एक खुफिया अधिकारी ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' से कहा कि बालाकोट और मेंधर सेक्टर में सीजफायरल उल्लंघन होना कोई संयोग नहीं है और LoC पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण है।
पुराना मामला
आमने-सामने की लड़ाई में आतंकियों को मार शहीद हुए थे कमांडो
पांच अप्रैल को केरन सेक्टर में पांच भारतीय कमांडोज और पांच आतंकियों में पाइंट ब्लैंक पर आमने-सामने की लड़ाई हुई थी।
इन आतंकियों ने एक अप्रैल को घुसपैठ की थी। पांच अप्रैल की सुबह पांचों कमांडोज ने उन्हें घेर लिया लेकिन इसी दौरान बर्फ के जिस टुकड़े पर वो खड़े थे, वो टूट गया और वो आतंकियों के सामने जा गिरे।
इसके बावजूद उन्होंने अद्भुत साहस दिखाते हुए पांचों आतंकियों को ढेर कर दिया और खुद भी शहीद हो गए।