रिकी केज को मिलेगा पद्मश्री, संगीत से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति फैला रहे जागरुकता
क्या है खबर?
संगीतकार और पर्यावरण कार्यकर्ता रिकी केज को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा। उनका असली नाम राम ज्ञान केज है। हालांकि, वह प्रशंसकों के बीच रिकी केज के नाम से मशहूर हैं।
जैसे ही रिकी को पद्मश्री मिलने की खबर सामने आई, उनके प्रशंसकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पद्मश्री सम्मान भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक है।
ऐसे में आइए रिकी के सफर और करियर पर एक नजर डाल लेते हैं।
परिचय
भारत में हुआ रिकी का पालन-पोषण
रिकी एक भारतीय संगीतकार और पर्यावरण कार्यकर्ता हैं। उनका जन्म 5 अगस्त, 1981 को अमेरिका के उत्तरी कैरोलीना में एक पंजाबी-मारवाड़ी परिवार में हुआ था, लेकिन जब वे 8 साल के थे तो उनका परिवार बेंगलुरु में आकर बस गया था। उनके माता-पिता भारतीय ही हैं।
उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई बेंगलुरु के बिशप कॉटन बॉयज स्कूल से पूरी की थी। इसके बाद रिकी ने ओपी जिंदल स्कूल ऑफ म्यूजिक में दाखिला लिया और संगीत में अपना करियर बनाया।
पढ़ाई
रिकी के पास हैं डिग्री
रिकी एक दंत चिकित्सा भी हैं। उन्होंने बेंगलुरु के ऑक्सफोर्ड डेंटल कॉलेज से यह डिग्री हासिल की है।
रिकी के पास बुबनेश्वर के कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज और विशाखापत्तनम के गीतम विश्वविद्यालय से 2 डॉक्टरेट (डॉक्टर ऑफ लेटर्स) की डिग्री भी हैं।
हालांकि, उन्होंने इस क्षेत्र में अपना करियर नहीं बनाया और कॉलेज में पढ़ाई के दौरान रिकी एक प्रगतिशील रॉक बैंड में शामिल हो गए, जिससे उनके संगीत करियर को मजबूत नींव मिली।
पुरस्कार
रिकी को 3 बार मिल चुका है ग्रैमी पुरस्कार
रिकी ने 30 देशों में 100 संगीत पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र (UN)) हेडक्वॉर्टर सहित कई प्रतिष्ठित जगहों पर प्रस्तुति दी है। रिकी को उनके काम के लिए यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल ह्यूमैनिटेरियन आर्टिस्ट और यूथ आइकॉन ऑफ इंडिया के लिए नॉमिनेट किया जा चुका है।
वह मुख्य रूप से न्यू एज, वर्ल्ड म्यूजिक और शास्त्रीय फ्यूजन के लिए जाने जाते हैं।
बता दें कि रिकी को 3 बार ग्रैमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
संगीत
क्या है रिकी के गानों में खासियत?
रिकी के संगीत की खासियत यह है कि लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ यह उनकी मानसिक सेहत के लिए भी किसी उपचार की तरह काम करता है।
रिकी संगीत के जरिए मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं। साथ ही वे पर्यावरण और सामाजिक मुद्दों के प्रति भी इस विधा के जरिए लोगों का ध्यान खींच रहे हैं।
इसके अलावा रिकी कई अंतरराष्ट्रीय कलाकारों और संगठन के साथ भी काम कर चुके हैं।