पिता के संरक्षण में क्यों कैद हैं सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स? जानिए क्या है पूरा मामला
क्या है खबर?
इन दिनों दुनियाभर में हॉलीवुड सिंगर और एक्ट्रेस ब्रिटनी स्पीयर्स की चर्चा हो रही है। वजह उनका कोई नया म्यूजिक एल्बम नहीं, बल्कि मसला उनकी खुद से रिहाई का है।
दरअसल, ब्रिटनी 2008 से अपने पिता के साये में नजरबंद हैं और अब वह अपनी आजादी की मांग कर रही हैं।
ब्रिटनी अपनी जिंदगी खुलकर जी सकें, इसलिए अब वह अपने पिता की संरक्षकता से मुक्त होना चाहती हैं।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
जानकारी
क्या है अमेरिका में संरक्षकता कानून?
अमेरिका में संरक्षकता को लेकर एक कानून है, जिसे कंजरवेटरशिप कहा जाता है। कोर्ट द्वारा यह संरक्षण ऐसे लोगों को दिया जाता है, जो खुद की देखभाल नहीं कर सकते।
कंजरवेटरशिप में उस इंसान से जुड़ी कानूनी, आर्थिक और निजी फैसले से जुड़े सभी अधिकार दिए जाते हैं।
पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स को उनके पिता का संरक्षण प्राप्त है। ऐसे में सिंगर की निजी और पेशेवर जिंदगी के फैसले उनसे ज्यादा उनके पिता लेते हैं।
पीड़ित
2007 में पति से अलगाव के बाद बिगड़ी ब्रिटनी की मानसिक हालत
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक 2007 में ब्रिटनी पति केविन से अलग होने के बाद से काफी टूट गई थीं। इसके बाद ब्रिटनी ने खुदकुशी की कोशिश की थी। उसी साल ड्रग्स के ओवरडोज की वजह से उन्होंने दोबारा जान देने की कोशिश की।
उनकी मानसिक हालत ऐसी हो गई थी कि एक दिन उन्होंने अपना सिर तक मुंडवा लिया था। ब्रिटनी पर मारपीट का आरोप भी लगा।
ब्रिटनी ने सार्वजनिक रूप से अजीब बर्ताव करना शुरू कर दिया था।
फैसला
2008 से पिता के संरक्षण में हैं ब्रिटनी
ब्रिटनी के पिता जेमी स्पीयर्स ने 2008 में अदालत का रुख किया और उसके बाद से ही अदालत ने ब्रिटनी के पिता को उनका सरंक्षक बना दिया।
कोर्ट ने तब ये माना था कि ब्रिटनी अपना ख्याल रखने में असमर्थ हैं। वह मानसिक रूप से ठीक नहीं हैं। इस वजह से उनके पिता 2008 से कानूनी तौर पर उनकी देखरेख कर रहे हैं।
ब्रिटनी के पिता अपनी बेटी की लगभग 445 करोड़ रुपये की संपत्ति के संरक्षक हैं।
प्रभाव
2019 में एक महीने तक मानसिक स्वास्थ्य केंद्र में रहीं ब्रिटनी
2019 में अपने पिता के खराब स्वास्थ्य के कारण ब्रिटनी इतनी ज्यादा तनाव में थीं कि उन्हें कथित तौर पर मानसिक स्वास्थ्य केंद्र पर अपना परीक्षण करवाना पड़ा।
इसके बाद वह एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रहीं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पिता की सेहत का ब्रिटनी के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा।
लिहाजा उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य निदान केंद्र जाने का निर्णय लिया। अपने पिता को खोने के डर से ब्रिटनी डिप्रेशन में चली गई थीं।
शुरुआत
जुलाई, 2020 में पहली बार ब्रिटनी के भाई ने की थी संरक्षण पर बात
ब्रिटनी के भाई ब्रायन स्पीयर्स अपने परिवार में संरक्षण के बारे में बात करने वाले पहले सदस्य थे। जुलाई, 2020 में टीवी पॉडकास्ट के दौरान ब्रायन ने कहा, "कंजरवेटरशिप मेरे परिवार के लिए अच्छी रही है और मेरे पिता ने ब्रिटनी की देखभाल के लिए वो सब किया है, जो वह कर सकते थे।"
हालांकि, ब्रायन ने स्वीकार किया कि ब्रिटनी कंजरवेटरशिप से छुटकारा पाना चाहती थीं। वह चाहती हैं कि उनके ऊपर से पिता की संरक्षकता हटाई जाए।
मांग
सितंबर, 2020 में ब्रिटनी ने संरक्षण खत्म करने की याचिका दायर की
ब्रिटनी के वकीलों ने सितंबर, 2020 में स्थायी रूप से संरक्षकता खत्म करने की याचिका दायर की।
नवंबर, 2020 में अदालत ने ब्रिटनी की याचिका खारिज कर दी। दिसंबर, 2020 में हुई एक सुनवाई के बाद उनकी संरक्षकता को 2 सितंबर, 2021 तक बढ़ा दिया गया।
मार्च, 2021 में ब्रिटनी ने पहली बार सार्वजनिक रूप से संरक्षण समाप्त करने के लिए याचिका दायर की। अप्रैल, 2021 में ब्रिटनी ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराने का फैसला किया।
बयान
23 जून, 2021 को ब्रिटनी ने पहली बार संरक्षण के खिलाफ बयान दिया
23 जून, 2021 को ब्रिटनी लॉस एंजेलिस के एक कोर्ट में बयान दर्ज कराने पहुंचीं। ब्रिटनी ने भावुक होते हुए कहा, "मुझे मेरी जिंदगी, मेरी आजादी वापस चाहिए। अब 13 साल हो गए हैं और अब बहुत हुआ।"
उन्होंने कहा, "मुझे मेरी इच्छा के खिलाफ काम करने के लिए मजबूर किया गया है। मैं अपने प्रेमी से शादी करना चाहती हूं और एक और बच्चा चाहती हूं, लेकिन कंजरवेटरशिप (संरक्षकता) मुझे ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रहा है।"
दर्द
लगता है जैसे मैं बेसाखी के सहारे जी रही हूं- ब्रिटनी
ब्रिटनी ने कहा, "संरक्षकता बहुत बुरी है। मैं सो नहीं पाती। हर दिन रोती हूं। मुझे मेरे पिता के संरक्षण से आजादी चाहिए। मैं बदलाव चाहती हूं और इसकी हकदार हूं।"
उन्होंने कहा, "मैंने अपने पूरे जीवन काम किया है। मैं दो-तीन साल का ब्रेक चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि जो मेरा मन करे, वो मैं करूं। मुझे लगता है कि मैं बैसाखी के सहारे हूं। मुझे सताया जा रहा है। मुझे भी दूसरों की तरह अधिकार चाहिए।"
जानकारी
जानिए क्या है 'फ्री ब्रिटनी कैंपेन'
ब्रिटनी भले ही बरसों से इस मुद्दे पर खामोश रही हों, लेकिन कोई था, जो लगातार उनके लिए आवाज उठा रहा था। ये आवाजें उनके प्रशंसकों की थीं, जो लंबे समय से ब्रिटनी को इस कंट्रोल से निकालने के लिए संघर्ष रहे हैं।
उनके इसी अभियान का नाम है, 'फ्री ब्रिटनी कैंपेन'। जब ब्रिटनी अदालत में अपना बयान दर्ज कराने पहुंचीं तो कोर्ट के बाहर भी फैंस लगातार ब्रिटनी के समर्थन में नारेबाजी करते दिखे।