'विक्रम वेधा' रिव्यू: स्टार-पावर को भुनाने में गड़बड़ा गया सस्पेंस
क्या है खबर?
ऋतिक रोशन और सैफ अली खान की फिल्म 'विक्रम वेधा' काफी समय से चर्चा में है। 30 सितंबर को फिल्म पर्दे पर आ गई है।
फिल्म में ऋतिक और सैफ के साथ राधिका आप्टे और रोहित सराफ ने भी अभिनय किया है।
रिलीज से पहले रिलायंस एंटरटेनमेंट ने देश-विदेश में फिल्म की खूब मार्केटिंग की थी।
यह 2017 की तमिल फिल्म 'विक्रम वेधा' की हिंदी रीमेक है।
आइए, जानते हैं कैसी है यह फिल्म।
कहानी
सफेद और काले के बीच ग्रे को दिखाती है कहानी
इस फिल्म की कहानी 'विक्रम-बेताल' की कहानी से प्रेरित है।
यह पुलिस अफसर विक्रम (सैफ) और गैंगस्टर वेधा (ऋतिक) की कहानी है। विक्रम बार-बार वेधा को पकड़ता है और वेधा हर बार विक्रम को कहानी सुनाता है।
विक्रम के लिए निर्णय लेने का आधार साफ है, सही या गलत। जबकि वेधा की कहानियां बताती हैं कि कोई भी न तो पूरी तरह सही होता है, न ही गलत।
आखिर में फिल्म सही-गलत को एक ही गोले में ले आती है।
कहानी
फिल्म में हैं कई पहेलियां
फिल्म की शुरुआत एक एनकाउंटर से होती है। शुरुआती आधे घंटे में विक्रम और वेधा के किरदार को स्थापित किया गया है।
विक्रम स्पेशल टास्क फोर्ट का हिस्सा है जो वेधा को पकड़ने के लिए बनाई गई है।
फिल्म का दूसरा हाफ ऐक्शन और पहेलियों से भरा है।
यह एक गैंगवार की कहानी है जिसमें वेधा के कई दुश्मन हैं। यह समझना दिलचस्प होता है कि कौन किसका दुश्मन है और कौन किसका साथी।
अभिनय
ऋतिक की अदाकारी ने अपने नाम कर ली फिल्म
अभिनय की बात करें तो यह फिल्म पूरी तरह से ऋतिक की है। वेधा के किरदार में वह ऐक्शन भी जोरदार करते हैं और मसखरी भी।
वहीं सैफ एक ईमानदार पुलिसवाले के किरदार में ऐक्शन तो अच्छा करते हैं, लेकिन भावुक दृश्यों में वह कमजोर पड़ गए।
राधिका और रोहित ने अपना छोटा स्क्रीन स्पेस अच्छे से निभाया है।
वहीं योगिता बिहानी बड़े पर्दे पर दर्शकों के लिए नया चेहरा हैं।
अच्छाई
म्यूजिक और सिनेमेटोग्राफी बनाकर रखती है फिल्म का मूड
फिल्म का स्क्रीनप्ले इसे थिएटर में जाकर देखने लायक बनाता है। कई दृश्यों में ऋतिक अकेले ही पर्दे पर चमकते दिखे हैं।
ऐक्शन इस फिल्म का मुख्य तत्व है। पर्दे पर सैफ और ऋतिक को भिड़ते देखना दर्शकों के लिए एक विजुअल ट्रीट है।
इसके ऊपर फिल्म के सेट, बैकग्राउंड म्यूजिक और सिनेमेटोग्राफी ऐसे दृश्यों को भरपूर सपोर्ट करते हैं।
खासकर, सिनेटोग्राफी और म्यूजिक दर्शकों में थ्रिल बनाए रखता है।
कमी
स्टार-पावर को भुनाने में गड़बड़ा गया सस्पेंस
ऋितिक और सैफ का ऐक्शन दर्शकों को आकर्षित करेगा, यह तय था। दोनों की स्टार-पावर को भुनाते हुए कुछ ऐक्शन सीन बेवजह काफी लंबे कर दिए गए।
फिल्म में वेधा बार-बार पकड़ा जाता है और विक्रम को कहानी सुनाकर निकल जाता है। कुछ-एक बार के बाद यह बेवकूफाना लगने लगता है।
वेधा की फ्लैशबैक की कहानी में कई किरदार और कई कड़ियां, एक हद तक दिलचस्पी जगाने के बाद दर्शकों को उलझाने लगती हैं।
निर्देशन
खूब डाला ऐक्शन, पर निर्देशन में रह गई कमी
यह ऐक्शन फिल्म है जिसे पर्दे पर देखना तो अच्छा लगता है, लेकिन इनका निर्देशन फिल्म को कमजोर करता है।
कई लंबे ऐक्शन सीक्वेंस बेवजह चल रहे होते हैं। इसमें गोलियों के बीच में से हीरो का निकल जाना, गाड़ियां उड़ना, ऐन मौके पर गोली खत्म हो जाना जैसे बॉलीवुड के पुराने मसाले भरपूर इस्तेमाल किए गए हैं।
कहानी में कई जगह भारी सस्पेंस बनाया जा सकता था, लेकिन विक्रम के द्वारा उन्हें एक बार में ही बता दिया गया।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
मूल फिल्म तमिल में 2017 में आई थी। इस फिल्म में कई जगह पूरे के पूरे दृश्य और संवाद वैसे ही उतार लिए गए हैं। दोनों ही फिल्मों का निर्देशन पुष्कर और गायत्री ने किया है।
निष्कर्ष
देखें या न देखें?
क्यों देखें- ऐक्शन फिल्में पसंद हैं तो इसे जरूर देखें। ऋतिक और सैफ के प्रशंसकों के लिए भी यह फिल्म तोहफा है। दक्षिण भारतीय फिल्में अच्छी लगती हैं तो यह फिल्म आपको अच्छी लगेगी।
क्यों न देखें- अगर आप तमिल 'विक्रम वेधा' देख चुके हैं तो फिल्म में उतना मजा नहीं आएगा। हीरोगिरी वाली ऐक्शन फिल्में नहीं पसंद, तो इसपर पैसा मत लगाइए।
न्यूजबाइट्स स्टार- 2.5/5