कौन हैं अभिनेत्री और नृत्यांगन शोभना चंद्रकुमार, जिन्हें मिलेगा पद्म भूषण?
क्या है खबर?
भारतीय सिनेमा में कुछ सितारे अपनी प्रतिभा से इतने चमकते हैं कि उनकी कला को पूरा देश सलाम करता है। ऐसा ही एक सितारा हैं शोभना चंद्रकुमार पिल्लई, जिन्हें भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण देकर सम्मानित किया जाएगा।
यह देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक है, जिसके प्राप्तकर्ताओं का ऐलान केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किया था।
आइए जानते हैं शोभना ने सिनेमा और नृत्य जगत में इतना नाम कैसे कमाया।
बचपन
14 साल की उम्र में रखा था फिल्मी जगत में कदम
शोभना एक फिल्म अभिनेत्री और भरतनाट्यम नृत्यांगना हैं। 21 मार्च, 1966 को आनंदम और चंद्रकुमार के केरल स्थित घर में नन्हीं परी शोभना का जन्म हुआ।
वह त्रावणकोर बहनों के नाम से मशहूर ललिता, पद्मिनी और रागिनी की भतीजी हैं, जो भारतीय शास्त्रीय नृत्य में अपने कौशल के लिए प्रसिद्ध थीं।
शोभना बचपन से ही अभिनेत्री बनने के ख्वाब देखती थीं और उन्होंने 1972 में रिलीज हुई फिल्म 'अमर प्रेम' में बाल कलाकार के रूप में काम किया था।
सिनेमा
5 भाषाओं में 200 से अधिक हिट फिल्में कर चुकी हैं शोभना
शोभना ने 1984 की मलयालम फिल्म '18 अप्रैल' से अपने करियर की शुरुआत की थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट रही और लोगों ने उनकी प्रतिभा को भी पहचाना।
शोभना अपने करियर के दौरान हिंदी, मलयालम, तमिल, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा की 200 से अधिक फिल्में कर चुकी हैं।
उनके सराहनीय अभिनय के लिए उन्हें 2 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इसके अलावा, शोभना ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए 2 फिल्म फेयर पुरस्कार भी जीते हैं।
नृत्य
भरतनाट्यम को आराधना समझती हैं शोभना
शोभना कमाल की नृत्यांगना हैं, क्यूंकि उनके परिवार के खून में शास्त्रीय नृत्य दौड़ता है। उन्होंने चेन्नई की चिदम्बरम अकादमी में चित्रा विश्वेश्वरन से भरतनाट्यम सीखा था।
उन्होंने अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। उन्होंने जाकिर हुसैन, विक्कू विनायकराम और मैंडोलिन श्रीनिवास जैसे कलाकारों के साथ परफॉर्म किया है।
शोभना ने 1989 में कलिपिन्या नाम की डांस अकादमी खोली और 1994 में चेन्नई में कलार्पना नाम के भरतनाट्यम स्कूल की स्थापना की।
निजी जीवन
शोभना ने कभी शादी न करने का किया है फैसला
शोभना ने शादी नहीं की और अकेले जीवन बिताने का फैसला किया। उनका कहना था कि वह अपने जीवन में सही साथी के आने का इंतजार कर रही थीं, लेकिन उनकी तलाश अब तक पूरी नहीं हो सकी।
हालांकि, 2010 में उन्होंने एक बेटी को गोद लिया और उसका नाम अनंतनारायणी रखा। अपनी बेटी का पालन पोषण वो अकेले ही करती हैं।
पद्मश्री
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित की जा चुकी हैं शोभना
20 मार्च, 2006 को शोभना ने कला के क्षेत्र में अपने योगदान के चलते पद्मश्री पुरस्कार जीता था। तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें यह पुरस्कार प्रस्तुत किया था।
शोभना ने 1993 में मलयालम फिल्म 'मणिचित्रथाझु' में अपने अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था।
अब पद्म भूषण पुरस्कार के लिए उनके नाम का ऐलान किया गया है। यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
जानकारी
शोभना ने इंस्टाग्राम के जरिए व्यक्त किया आभार
पद्म पुरस्कार की घोषणा के बाद, शोभना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी खुशी साझा की। उन्होंने तिरंगे की तस्वीर पोस्ट करके लिखा, 'जहां स्वतंत्रता राज करती है और प्यार रहता है। सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं। मैं वास्तव में आभारी हूं।'