'उड़ान' से मशहूर हुईं अभिनेत्री और निर्माता कविता चौधरी नहीं रहीं, हार्ट अटैक ने ली जान
मनोरंजन की दुनिया से एक बुरी खबर सामने आ रही है। दरअसल, जानी-मानी टीवी अभिनेत्री और निर्माता कविता चौधरी ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। हार्ट अटैक से 67 की उम्र में उनका निधन हुआ है। उन्होंने अमृतसर में आखिरी सांस ली। कविता का जाना मनोरंजन जगत के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने अपने अभिनय और निर्माण के कौशल से इंडस्ट्री में एक नई लकीर खींची। अभिनेत्री के परिवार के साथ प्रशंसक भी इस खबर से शोक में हैं।
कुछ साल पहले हुआ था अभिनेत्री को कैंसर
कविता नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में अनंग देसाई, सतीश कौशिक, अनुपम खेर और गोविंद नामदेव की बैचमेट थीं। अनंग ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "कविता को कुछ साल पहले कैंसर हुआ था। हालांकि, वह नहीं चाहती थीं कि लोगों को इसके बारे में पता चले। करीब 15 दिन पहले जब वह मुंबई में थीं, तब मैंने उनसे बात की थी। उस समय उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। कविता के भतीजे ने मुझे आज सुबह उनकी मौत के बारे में बताया।"
कविता धारावाहिक 'उड़ान' और सर्फ के विज्ञापन से घर-घर में हुईं लोकप्रिय
कविता को दूरदर्शन के धारावाहिक 'उड़ान' में IPS अधिकारी कल्याणी के किरदार के लिए जाना जाता है। उन्होंने 'योर ऑनर' और 'IPS डायरीज' जैसे टीवी शो भी बनाए। कविता, पुलिस ऑफिसर कंचन चौधरी भट्टाचार्य की छोटी बहन थीं। उन्होंने एक सर्फ के विज्ञापन से भी खूब सुर्खियां बटोरीं। 1980 के आखिर में आए इस विज्ञापन में कविता ने एक बुद्धिमान गृहणी ललिता जी का किरदार अदा किया था, जिसके बाद हर कोई उन्हें 'ललिता जी' के नाम से जानने लगा।
भावुक हुए प्रशंसक
कविता की निधन की खबर सुन उनके प्रशंसक दुखी हैं। एक ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'जब हम बच्चे थे तो ये हमारी हीरो थीं।' दूसरे ने लिखा, 'ये 80 के दशक की एक शानदार अदाकारा रहीं।' एक ने लिखा, 'अरे ये तो वो ही हैं उड़ान वाली। बचपन में इनका यह धारावाहिक देखते थे तो सोचते थे कि हम भी ऐसे ही बनेंगे। भगवान इनकी आत्मा को शांति दे।' प्रशंसक लगातार उन्हें याद कर दुख जाहिर कर रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन गई थीं कविता
'उड़ान' में कविता के साथ शेखर कपूर नजर आए थे। इसमें IPS अधिकारी बनने की इच्छा रखने वाली एक महिला के संघर्ष को दिखाया गया। 'उड़ान' का हिस्सा बनने के बाद कविता महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन गई थीं। कविता का जन्म अमृतसर में ही हुआ था और जिंदगी का अंतिम समय भी यहीं गुजारने के लिए उन्होंने मन्नावाला में 2018 में एक घर खरीदा था। अमृतसर के पार्वती देवी अस्पताल में उनका कैंसर का इलाज चल रहा था।