ट्विकल खन्ना बनना चाहती थीं CA, परिवार के कहने पर बॉलीवुड में आईं; ऐसा रहा सफर
क्या है खबर?
ट्विंकल खन्ना आज यानी 29 दिसंबर को अपना 50वां जन्मदिन मना रही हैं। इसी दिन उनके पिता और अभिनेता राजेश खन्ना की भी जयंती होती है।
अभिनेत्री ने 1995 में फिल्म 'बरसात' से अभिनय की दुनिया में कदम रखा और कई फिल्मों का हिस्सा रहीं।
हालांकि, अब ट्विंकल फिल्मी पर्दे से दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन बतौर लेखिका वह काफी सफल हैं।
आइए आज अभिनेत्री के जन्मदिन के मौके पर उनके सफर पर नजर डालते हैं।
विस्तार
CA बनने के लिए दी थी परीक्षा
ट्विंकल यूं तो फिल्मी परिवार से संबंध रखती हैं, लेकिन वह कभी भी मनोरंजन जगत का हिस्सा नहीं बनना चाहती थीं।
दरअसल, अभिनेत्री को चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) बनना था और उन्होंने इसके लिए परीक्षा भी दी थी।
हालांकि, अभिनेत्री के माता-पिता (राजेश और डिंपल कपाड़िया) मनोरंजन जगत से थे इसलिए वे चाहते थे कि वह भी इंडस्ट्री में शामिल हों।
ऐसे में अपने परिवार के आग्रह करने पर अभिनेत्री ने भी बॉलीवुड में आने का फैसला कर लिया।
फिल्में
'मेला' के फ्लॉप होते ही बनाई फिल्मी पर्दे से दूरी
ट्विंकल ने बॉबी देओल के साथ 'बरसात' से अपने सफर की शुरुआत की, जो हिट साबित हुई।
इसके बाद अभिनेत्री की 3 फिल्में, 'दिल तेरा दीवाना', 'इतिहास', 'उफ्फ ये मोहब्बत' बॉक्स ऑफिस पर ढेर हो गईं।
1998 में सलमान खान के साथ फिल्म 'जब प्यार किसी से होता है' और 1999 में शाहरुख खान संग आई 'बादशाह' ने कुछ बेहतर काम किया।
हालांकि, 2000 में आई फिल्म 'मेला' के फ्लॉप होते ही ट्विंकल ने अभिनय छोड़ने का फैसला कर लिया।
निर्माता
इन फिल्मों का निर्माण
ट्विंकल की आखिरी फिल्म 'लव के लिए कुछ भी करेगा' 2001 में आई थी, जो भी असफल ही रही थी। ऐसे में अभिनेत्री ने बतौर निर्माता अपनी शुरुआत की और वह 'गेजिंग गोट पिक्चर' की सह-संस्थापक हैं।
अभिनेत्री ने अक्षय कुमार की ही ज्यादातर फिल्मों का निर्माण किया है, जिसमें 'तीस मार खान', 'थैंक्यू', 'पटियाला हाउस', 'खिलाड़ी 786' और 'पैडमैन' शामिल हैं।
'पैडमैन' ट्विंकल की किताब 'द लीजेंड ऑफ लक्ष्मीप्रसाद' में लिखी अरुणाचलम मुरुगनंतम की कहानी पर बनी है।
लेखिका
लेखिका बनकर मिली सफलता
ट्विंकल को सबसे ज्यादा सफलता लेखिका बनकर मिली है। उनकी 2015 में आई पहली किताब 'मिसेज फनीबोन्स' उस साल की बेस्टसेलर साबित हुई थी।
इसके बाद वह अपनी दूसरी किताब 'द लीजेंड ऑफ लक्ष्मी प्रसाद' लेकर आईं, जिसमें लघु कहानियों ने लोगों को काफी प्यार दिया।
वह कई किताबों को लिख चुकी हैं तो एक अखबार में वह 'मिसेज फनीबोन्स' नाम से कॉलम लिखती हैं।
इसके अलावा अभिनेत्री इंटिरियर डिजाइनर के रूप में भी काफी सफल रही हैं।