2018 में रिलीज़ हुई बॉलीवुड की ये फिल्में आपको ज़रूर देखनी चाहिए
साल 2018 में कई फिल्में रिलीज़ हुईं। उनमें से कई हिट हुईं, कई सुुपरहिट तो कई फ्लॉप भी हुईं, लेकिन इस साल कई ऐसी फिल्में भी रहीं जो आपके मन पर एक अलग छाप छोड़ जाएंगी। इसी तरह की कुछ फिल्में हर साल रिलीज़ होतीं हैं और दर्शकों द्वारा लंबे समय तक याद रखी जाती हैं। इस खबर में इस साल आई ऐसी ही कुछ फिल्मों का जिक्र कर रहे हैं, जिन्हें अगर आपने नहीं देखा है तो ज़रूर देंखे।
राजकुमार ने किया था उम्दा अभिनय
यह फिल्म आतंकवादी उमर सईद शेख की जिंदगी पर आधारित है। 'ओमर्टा' का निर्देशन हंसल मेहता ने किया है। यह फिल्म मात्र 98 मिनट की है, जोकि हंसल मेहता की अब तक सबसे छोटी फिल्म है। राजकुमार ने फिल्म में बहुत ही उम्दा अभिनय किया है। इस फिल्म में राजकुमार बिल्कुव अगल अवतार में थे। 'ओमर्टा' को टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2017 में बेहतरीन समीक्षा मिली थी। फिल्म की रिसर्च वर्क कमाल की है, ऐसे में फिल्म ज़रूर देखनी चाहिए।
जिम्मी शेरगिल की एक्टिंग ने जीत लिया दर्शकों का मन
अनुराग कश्यप की ये फिल्म पहले की फिल्मों से अलग है। मुक्केबाज़ श्रवण के किरदार में विनीत कुमार सिंह का जवाब नहीं है। बॉक्सिंग रिंग में विनीत के फाइट्स सीन रील न होकर रियल लगते हैं। जिम्मी शेरगिल की दमदार एक्टिंग ने दर्शकों का मन जीत लिया था। फिल्म में खेल और राजनीति को आपस में गूंथ कर दिखाया गया है। समाज में ज़ातिवाद की लहर कैसे अभी भी चल रही है ये भी फिल्म में दर्शाया गया है।
सच्ची घटना पर आधारित ब्लैक कॉमेडी है ब्लैकमेल
अभिनव देव द्वारा निर्देशित फिल्म 'ब्लैकमेल' एक सच्ची घटना पर आधारित ब्लैक कॉमेडी है। इस फिल्म में औसत ऑफिस के आदमी के रूप में इरफान खान का अभिनय देखने लायक है। फिल्म की कहानी मज़ेदार है, जिसमें कई ट्विस्ट एंड टर्न्स हैं। शूटिंग, डायरेक्शन, लोकेशन, कैमरा वर्क अच्छा है। अरुणोदय सिंह व कीर्ति कुल्हारी ने भी शानदार अभिनय किया है। फिल्म की कहानी दिलचस्प है, जिसे जानने के लिए इसे ज़रूर देखना चाहिए।
इस फिल्म से ईशान खट्टर ने की बॉलीवुड में एंट्री
शाहिद कपूर के छोटे भाई ईशान खट्टर ने अपने अभिनय की शुरुआत फिल्म 'बियॉन्ड द क्लॉउड्स' से की है। फिल्म में मुंबई की चॉल में रहने वाले एक लड़के की कहानी को दिखाया गया है। इस फिल्म की उतनी चर्चा नहीं हुई जितनी 'धड़क' की हुई थी। इस फिल्म से आप अंदाज़ा लगा पाएंगे कि ईशान के खून में ही अभिनय है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी और लोकेशन्स कमाल के हैं जो फिल्म के ज़रिए यकीनन देखने लायक हैं।
2018 में भारत में IMDb ने 'अंधाधुन' को रखा शीर्ष रेटिंग पर
बॉलीवुड में सस्पेंस से भरी फिल्में तो काफ़ी बन चुकी हैं, लेकिन आखिरी सीन तक कुर्सी से जकड़कर बांधे रखने वाली 'अंधाधुन' की कहानी अलग है। फिल्म में आयुष्मान खुराना का अभिनय देखने लायक है। 2018 में IMDb ने इसे शीर्ष रेटिंग पर रखा है।
गांव की लोकेशन्स को रखा गया है ज्यों का त्यों
चरण सिंह पथिक की शॉर्ट स्टोरी 'दो बहनें' के ऊपर विशाल भारद्वाज ने फिल्म 'पटाखा' बनाई है। फिल्म की कहानी राजस्थान के एक गांव की है, जिसमें दो बहनें बनीं सान्या व राधिका मदान हमेशा आपस में लड़ती रहतीं हैं। कहानी का ट्विस्ट शानदार है। फिल्म में हर एक का अभिनय कमाल का हैं। फिल्मांकन के दौरान विशाल ने गांव की लोकेशन्स को ज्यों का त्यों ही रखा है जो फिल्म को रियल और रॉ दोनों बनाती है।