सुशांत सिंह राजपूत की वो ख्वाहिशें, जो रह गईं अधूरी
सुशांत सिंह राजपूत भले ही अब न हों, लेकिन अपने प्रशंसकों की यादों में वह आज भी जिंदा हैं। आज यानी 14 जून ही वो मनहूस तारीख थी, जब बॉलीवुड का ये चमकता हुआ सितारा इस दुनिया से चला गया था। बरहाल, सुशांत ने अपने छोटे से करियर में कई बड़े सपने देखे और उन्हें पूरा किया। उनकी चौथी पुण्यतिथि पर आइए जानें उनकी उन ख्वाहिशों के बारे में, जिन्होंने पूरी होने से पहले ही दम तोड़ दिया।
प्लेन उड़ाने की थी इच्छा
सुशांत अपनी मौत के वक्त महज 34 साल के थे। उन्होंने अपनी जिंदगी में कुल 50 सपने देखे थे, लेकिन वह उनमें से सिर्फ 13 सपने ही पूरे कर पाए और 39 सपने उनके अधूरे रह गए। उन्होंने खुद अपने 50 सपनों के बारे में एक्स पर जानकारी दी थी। सुशांत प्लेन उड़ाना सीखना चाहते थे। इसके अलावा वह बाएं हाथ के बल्लेबाज के तौर पर क्रिकेट खेलने की ख्वाहिश रखते थे। सुशांत मोर्स कोड और टेनिस सीखना चाहते थे।
1 हफ्ता जंगल में रहना भी था ख्वाहिशों का हिस्सा
सुशांत की ख्वाहिशों में किसी चैंपियन के साथ होकर खेलना, वैदिक ज्योतिष के बारे में समझना, पूरा एक हफ्ता जंगल में बताना, सिर्फ 6 महीनों में सिक्स पैक एप्स बनाना शामिल था। इसके अलावा वह नासा वर्कशॉप में शामिल होना चाहते थे। CERN यानी यूरोपियन ऑर्गेनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च के लिए जाना और किताब लिखना भी उनकी अधूरी ख्वाहिशों का हिस्सा था। उधर डांस में माहिर रहे सुशांत डांस की अलग-अलग 10 विधाएं सीखना चाहते थे।
मुफ्त शिक्षा के लिए काम करना चाहते थे सुशांत
सुशांत लोगों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए काम करना चाहते थे। क्रिया योग सीखना उनकी सूची में शामिल था. घुड़सवारी सीखना, अंटार्टिका और लीगो जाना और महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने जैसी ख्वाहिशें सुशांत की फेहरिस्त में शामिल थीं। इसके अलावा सुशांत 1,000 पेड़ लगाना चाहते थे। दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के हॉस्टल में जाकर एक शाम बिताना, एक सक्रिय ज्वालामुखी को अपने कैमरे में कैद करना भी उनके सपनों में शामिल था।
स्वामी विवेकानंद पर डॉक्यूमेंट्री बनाने की हसरत भी रह गई अधूरी
बच्चों को डांस सिखाना, सुपरहिट 50 गानों पर गिटार बजाना सीखना, चैम्पियन के साथ शतरंज की बिसात पर बैठना, लैंबोर्गिनी खरीदना, स्वामी विवेकानंद पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाना, सर्फबोर्ड पर लहरों से खेलना, ऑफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करना और ट्रेन में बैठकर पूरा यूरोप घूमना भी सुशांत के अधूरे सपनों में शामिल हैं। सुशांत 14 जून, 2020 को मुंबई में अपने घर में मृत पाए गए थे। निधन के 4 साल बाद भी उनकी मौत की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है।
सुशांत की आखिरी फिल्म
'दिल बेचारा' सुशांत की आखिरी फिल्म थी, जो उनकी मौत के बाद रिलीज हुई थी। कोरोना की वजह से उस समय सिनेमाघर बंद थे और निर्माताओं ने इसलिए इसे OTT पर रिलीज करने का फैसला किया था। इसमें सुशांत के साथ संजना संघी दिखी थीं।