राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का कार्डिएक अरेस्ट से निधन

दिग्गज अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का कार्डिएक अरेस्ट के कारण निधन हो गया है। वह 75 साल की थीं। उनके जाने से बॉलीवुड और टीवी जगत में शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर फैंस उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। सुरेखा पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं। ब्रेन स्ट्रोक की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुरेखा के मैनेजर ने उनके निधन की पुष्टि की है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
इंडियन एक्सप्रेस से यह दुखद समाचार साझा करते हुए सुरेखा के मैनेजर ने कहा, "तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकीं अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का आज सुबह 75 वर्ष की उम्र में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वह दूसरे ब्रेन स्ट्रोक के बाद हुईं समस्याओं से जूझ रही थीं।" उन्होंने कहा, "उनका परिवार उनके साथ मौजूद था। इस दुख की घड़ी में फिलहाल उनका परिवार कुछ भी बात करने की स्थिति में नहीं है। ओम सांई राम।"
सुरेखा के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर उमड़ पड़ी है। एक यूजर ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पोस्ट में लिखा, 'ओम शांति दादी सा.. सुरेखा शानदार अभिनेत्रियों में से एक थीं, जो अपने चरित्र को सहजता से निभाने के लिए जानी जाती थीं।' दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उन्हें याद करते हुए ट्विटर पोस्ट में लिखा, 'कुछ कलाकार सुरेखा जी की तरह बहुमुखी और निपुण होते हैं। युवा कलाकारों को उनका काम देखना चाहिए।'
Few actors are as versatile accomplished as Surekha Sikri ji. She was an institution. Young actors must watch her work. RIP🙏 pic.twitter.com/y1sEA1iSXG
— Manish Sisodia (@msisodia) July 16, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के दौरान सुरेखा को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। बताया गया था कि उनके पास कई महीनों तक काम नहीं था और उन्हें आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा था। कोरोना के कारण लॉकडाउन की प्रतिबंधों की वजह से शूटिंग को बंद कर दिया गया था। इसके बाद जब शूटिंग शुरू हुई तो बुजुर्ग कलाकारों को शूटिंग से दूर रहने का दिशानिर्देश जारी किया गया था, जिससे सुरेखा की वित्तीय स्थित खराब हो गई थी।
सुरेखा ने अपने एक्टिंग की शुरुआत थिएटर से की थी। उन्होंने 1971 में नेशलन स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी। 1978 में आई फिल्म 'किस्सा कुर्सी का' से उन्होंने फिल्मों में पदार्पण किया था। उन्हें फिल्म 'तमस', 'मम्मो' और 'बधाई हो' के लिए तीन बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिला है। सुरेखा ने छोटे पर्दे पर भी अपनी जबरदस्त धाक जमाई थी। सीरियल 'बालिका बधू' ने उन्हें घर-घर में एक नई पहचान दिलाई थी।