सनी लियोनी ने सुनाई अपनी सरोगेसी की दास्तां, बोलीं- बुरी तरह टूट गई थी
सनी लियोनी पिछले कुछ समय से अपने म्यूजिक वीडियो 'मधुबन मे राधिका नाचे' को लेकर विवादों में थीं। अब फिर वह सुर्खियों में हैं। हालांकि, इस बार सनी अपने किसी गाने या फिल्म को लेकर चर्चा में नहीं आई हैं, जबकि उन्होंने अपनी सरोगेसी की कहानी मीडिया को सुनाई है। इस पर बात करते हुए सनी काफी भावुक हो गईं। उन्होंने बताया कि सरोगेसी के दिन उनके लिए कितने चुनौतीपूर्ण रहे। आइए जानते हैं सनी ने क्या कुछ कहा।
प्लान के मुताबिक नहीं चली सरोगेसी
बॉलीवुड बबल को दिए एक हालिया इंटरव्यू में सनी ने बताया, "मुझे आज भी वो दिन याद है, जब मैंने पति डेनियल के साथ मिलकर तीन बच्चों की मां बनने का फैसला किया था। हम सरोगेसी के प्रक्रिया से गुजर रहे थे, जिसमें लंबा वक्त लगता है। शुरुआत से लेकर अंत तक लगभग डेढ़ साल लग गया।" उन्होंने कहा, "उसी दौरान जब सरोगेसी हमारे प्लान के मुताबिक नहीं चल पा रही थी तो मैं टूटकर बिखर गई थी।"
पैदा नहीं हो सकीं बच्चियां
सनी ने कहा, "हमारे पास छह एग थे, जिनमें चार लड़कियों के थे और दो लड़कों के। अमेरिका में बच्चे का जेंडर बता दिया जाता है और जेनेटिक टेस्टिंग जैसी चीजें भी होती हैं, लेकिन ये सब भारत में नहीं होता, इसलिए हमने IVF किया, लेकिन जो लड़कियों वाले एग थे, वो बच नहीं पाए।" उन्होंने कहा, "यह सचमुच दिल दहला देने वाला अनुभव था। मैंने एक असफलता की तरह महसूस किया। ऐसा महसूस हुआ, जैसे मैं हार गई हूं।"
...जब लिया बच्चा गोद लेने का फैसला
सनी ने बताया, "उस घटना के बाद मैं पति डेनियल के साथ मुंबई के एक अनाथालय में गई। मैंने सोचा कि क्यों ना एक बच्चा गोद ले लें? अंतर ही क्या है? भले ही हम आनुवांशिक रूप से जुडे़ नहीं होंगे, लेकिन दिल से तो जुड़े होंगे।" उन्होंने कहा, "इस तरह गोद लेने की प्रक्रिया शुरू हुई। तभी हमें पता चला कि IVF के जरिए हमारे दो जुड़वां बच्चे हुए हैं और उसी हफ्ते हमने एक बच्ची गोद ले ली।"
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
तीन साल की डेटिंग के बाद सनी ने डेनियल वेबर से 2011 में सिक्ख और जेविश रीति-रिवाजों से शादी की थी। दोनों ने 2017 में निशा नाम की एक बच्ची को गोद लिया और मार्च, 2018 में सनी सरोगेसी से दो बेटों की मां बनीं।
जानिए सरोगेसी के बारे में
सरोगेसी का मतलब है किसी और की कोख से अपने बच्चे को जन्म देना। अगर कोई पति-पत्नी बच्चे को जन्म नहीं दे पा रहे हैं तो किसी अन्य महिला की कोख को किराए पर लेकर उसके जरिए बच्चे को जन्म देना सरोगेसी की प्रक्रिया कही जाती है। बच्चा पैदा करने के लिए जिस महिला की कोख किराए पर ली जाती है, उसे सरोगेट मदर कहा जाता है। अब भारत में भी सरोगेसी का चलन तेजी से बढ़ रहा है।