
जन्मदिन विशेष: जानिए कैसे शुरू हुई थी शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम की प्रेम कहानी
क्या है खबर?
शत्रुघ्न सिन्हा 70 के दशक के उन कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आकर नाम कमाया।
हीरो, विलेन, सपोर्टिंग रोल... हर तरह का किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों पर राज किया।
उन्होंने 'दोस्ताना', 'नसीब' और 'लोहा' जैसी फिल्मों में अपने दमदार अभिनय के दम पर आलोचकों को "खामोश" कराया।
अभिनेता के बारे ये बातें तो हर कोई जानता है, लेकिन आज हम अभिनेता के जन्मदिन के मौके पर आपको उनकी प्रेम कहानी बताने जा रहे हैं।
शुरुआत
फिल्मों में ऐसे हुई थी शत्रुघ्न की शुरुआत
शत्रुघ्न का जन्म आज ही के दिन सन 1945 में पटना में हुआ था।
अभिनेता ने पटना साइंस कॉलेज में एडमिशन तो ले लिया, लेकिन उनकी दिलचस्पी हमेशा से फिल्मों में थी।
अभिनेता ने सब कुछ छोड़कर FTII (पुणे) में प्रवेश लिया और फिर फिल्मों में करियर बनाने के लिए मुंबई चले गए।
अभिनेता को ब्रेक फिल्म 'प्रेम पुजारी' (1970) से मिला, लेकिन किन्हीं कारणों से फिल्म की रिलीज में देरी हुई और 'साजन' (1969) उनकी डेब्यू फिल्म बन गई।
प्रेम कहानी
पूनम को शत्रुघ्न ने ऐसे किया था प्रपोज
शत्रुघ्न का करियर चल पड़ा और वह एक के बाद एक फिल्म साइन करने लगे। इसी दौरान उनकी मुलाकात पूनम से हुई।
पूनम उन दिनों अभिनय की दुनिया में अपना सिक्का जमा रहीं थीं।
शत्रुघ्न पहली ही मुलाकात में पूनम को दिल दे बैठे। मुलाकातों का सिलसिला बढ़ा और दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे।
आलम यह हुआ कि शत्रुघ्न ने चलती ट्रेन में 'पाकीजा' का डायलॉग 'अपने पांव जमीन पर मत रखिएगा...' लिखकर पूनम को प्रपोज कर डाला।
जानकारी
पूनम की मम्मी ने कर दिया था शत्रुघ्न को रिजेक्ट
लंबे समय तक एक दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया।
शत्रुघ्न के बड़े भाई राम सिन्हा और निर्देशक एन एन सिप्पी उनका रिश्ता लेकर पूनम के घर पहुंचे।
पूनम की मम्मी ने शत्रुघ्न की तस्वीर देखते ही रिश्ते से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "मेरी बेटी इतनी गोरी और वह इतना काला।"
हालांकि, बाद में दोनों ने अपने तरीके से उन्हें मनाया और फिर शादी कर ली।
दिलचस्प बातें
अभिनेता के बारे में कुछ दिलचस्प बातें
"खामोश!!" (मतलब चुप रहो!!!) अभिनेता के सबसे प्रसिद्ध संवादों में से एक है।
फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) पुणे में उनके नाम पर डिप्लोमा छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।
वह केंद्रीय मंत्री बनने वाले पहले बॉलीवुड सुपरस्टार हैं।
वर्तमान में अभिनेता पश्चिम बंगाल के आसनसोल सीट पर तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर सांसद हैं।
उन्हें आखिरी बार साल 2010 में आई फिल्म 'रक्त चरित्र' में देखा गया था।