
शर्मिला टैगोर छोड़ रहीं बंगाली सिनेमा, 13 की उम्र में बन गई थीं 'बंगाल की धड़कन'
क्या है खबर?
अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री और पटौदी खानदान की बहू शर्मिला टैगोर आज भी उतनी ही खूबसूरत लगती हैं, जितना वो बीते दौर में लगती थीं। सिर्फ वो ही नहीं, उनकी अदाकारी भी उतनी ही बेहतरीन थी।
अपने मंझे हुए अभिनय के लिए मशहूर शर्मिला जब महज 13 साल की थी, तब उन्होंने बंगाली फिल्म 'अपुर संसार' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी और अपनी पहली ही फिल्म से वह बंगाली सिनेमा में छा गई थीं।
कारण
बंगाली सिनेमा से दूरी बनाने की वजह भी बताई
पद्म भूषण से सम्मानित शर्मिला ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए कहा कि अब लंबे शूट में हिस्सा लेना उनके लिए थोड़ा कठिन हो गया है।
एक कार्यक्रम के दौरान शर्मिला बोलीं, "देखते हैं आगे क्या होता है। मुझे बंगाली फिल्मों में काम करना बेहद पसंद है। कोलकाता से मुझे बहुत लगाव है। यहां की हर चीज मुझे पसंद है, लेकिन अब मेरा स्वास्थ्य पहले जैसा नहीं है। 'पुरातन' मेरी आखिरी बंगाली फिल्म हो सकती है।"
अनुभव
बताया फिल्म की शूटिंग का अनुभव
शर्मिला ने साल 2023 में 'पुरातन' की शूटिंग के अनुभव को याद करते हुए कहा, ''हमने गंगा किनारे एक रिजॉर्ट में 14-15 दिनों तक शूट किया था और वो वास्तव में बहुत अच्छा अनुभव रहा। अपनी मातृभाषा बांग्ला में संवाद बोलने का जो आत्मीय एहसास होता है, वह अनूठा है। आप तुरंत संवाद में सुधार कर सकते हैं, सहजता से अपने भाव व्यक्त कर सकते हैं।
बता दें कि 'पुरातन' में शर्मिला एक बुज़ुर्ग मां की भूमिका निभा रही हैं।
पहचान
अपनी पहली ही फिल्म से छा गई थीं शर्मिला
शर्मिला ने साल 1959 में रिलीज हुई बंगाली फिल्म 'अपुर संसार' में अपनी भूमिका के लिए खूब वाहवाही लूटी थी। यह उनके एक्टिंग करियर की पहली फिल्म थी।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, "महान फिल्ममेकर सत्यजीत रे ने मुझे इस फिल्म में लेने के लिए मेरे दादा कनकेंद्रनाथ टैगोर से इजाजत ली थी और इसने मेरी जिंदगी बदल दी थी। मैं महज 13 साल की उम्र में रातों-रात बंगाल के दिल की धड़कन बन गई थी।"
सफरनामा
ये थी शर्मिला की पहली हिंदी फिल्म
शर्मिला ने कोलकाता में नाम कमाने के बाद मुंबई का रुख किया था और 1970 में बॉलीवुड में छा गई थीं।
अभिनेत्री ने साल 2023 में मनोज बाजपेयी की डिज्नी+हॉटस्टार पर आई फिल्म 'गुलमोहर' से 12 साल बाद पर्दे पर वापसी की, जिसमें उनकी खूब तारीफ हुई थी। इस फिल्म काे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
शर्मिला की पहली हिंदी फिल्म 1964 में आई 'कश्मीर की कली' थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की थी।