सलीम खान की जावेद अख्तर के साथ खूब जमी जोड़ी, दोनों ने साथ मिलकर रचा इतिहास
सलीम खान को भला कौन नहीं जानता। बचपन में क्रिकेटर बनने का ख्वाब देखने वाले सलीम को किस्मत ने हिंदी सिनेमा का मशहूर स्क्रिप्ट राइटर बना दिया। उनकी जोड़ी जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर के साथ खूब चमकी। यह जोड़ी इतनी लोकप्रिय थी कि हिंदी सिनेमा में दोनों के काम और दोस्ती की मिसाल दी जाती थी। आज यानी 24 नवंबर को सलीम अपना 88वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए जानते हैं जावेद के साथ उनकी जोड़ी कैसे बनी।
कहां हुई थी सलीम और जावेद की पहली मुलाकात?
सलीम-जावेद की पहली मुलाकात फिल्म 'सरहदी लुटेरे' के सेट पर हुई। सलीम इस फिल्म में अभिनय कर रहे थे। इसके लिए डायलॉग राइटर की तलाश चल रही थी। फिल्म की कहानी, डायलॉग और पटकथा के लिए हर दिन नए-नए लेखक सेट पर आते थे। जावेद उस जमाने के मशहूर क्लैपर बॉय थे। सलीम की फिल्म से वह बतौर क्लैपर बॉय ही जुड़े थे। उन्हें भी लिखने का शौक था। लिहाजा निर्देशक ने डायलॉग लिखने की जिम्मेदारी जावेद को दे दी।
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क्लैपर बॉय मोशन-पिक्चर कैमरा क्रू का एक सदस्य होता है, जो कलाकारों के शॉट के दौरान क्लैप बोर्ड पकड़ने और ताली बजाने का काम करता है। राज कपूर से लेकर, विक्रम भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा तक ने बतौर क्लैपर बॉय अपना करियर शुरू किया था।
हो गई पक्की दोस्ती
जावेद, सलीम के पक्के दोस्त बन गए और उन्होंने सलीम को लेखक बनने की सलाह दी। उनकी सलाह पर सलीम ने अभिनय छोड़ दिया और लेखक अबरार अलवी के सहायक बन गए। उधर जावेद, कैफी आजमी के सहयोगी बन गए। जावेद को एम.एम सागर ने 100 रुपये महीना वेतन पर नौकरी पर रख लिया। इसके बाद सलीम और जावेद ने लिखना शुरू किया और इंडस्ट्री को 'जंजीर', 'दीवार', 'शोले', 'डॉन' और 'मिस्टर इंडिया' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों की सौगात दी।
24 फिल्मों में बनी सलीम-जावेद की जोड़ी
सलीम-जावेद ने कुल 24 फिल्मों में साथ काम किया, जिनमें से 22 फिल्मों ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया प्रदर्शन किया, बल्कि समीक्षकों से भी खूब वाहवाही लूटी। उन्हें स्क्रिप्ट राइटर के रूप में पहला मौका दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना ने दिया था। खन्ना ने उन्हें अपनी फिल्म 'हाथी मेरे साथी' की पेशकश की और इसके बाद सलीम और जावेद ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। भारतीय सिनेमा के इतिहास में लेखकों की यह जोड़ी सबसे कामयाब रही।
...जब अलग हुई सलीम-जावेद की जोड़ी
1981 में सलीम-जावेद की जोड़ी टूट गई थी। कहा जाता है कि उन्होंने अमिताभ बच्चन को एक फिल्म की स्क्रिप्ट दी थी, जो अभिनेता को पसंद नहीं आई। बाद में फिल्म 'मिस्टर इंडिया' नाम से बनी। जावेद को लगा कि इस बेइज्जती के बाद उन्हें और सलीम को अमिताभ के साथ काम नहीं करना चाहिए, लेकिन सलीम इस बात से सहमत नहीं थे। इसके बाद जोड़ी के कामकाजी रिश्ते बिगड़ गए और दोनों ने फिर कभी साथ काम नहीं किया।
अमिताभ के लिए लिखीं आधी से ज्यादा फिल्में
सलीम-जावेद ने आधी से ज्यादा फिल्में अमिताभ संग कीं। उनका करियर संवारने में इस जोड़ी का बहुत बड़ा योगदान रहा। जब फ्लॉप फिल्मों से हताश अमिताभ बॉलीवुड छोड़ने का मन बना चुके थे, तभी सलीम-जावेद की 'जंजीर' आई, जिसने अमिताभ का करियर बदलकर रख दिया।