
राम गोपाल वर्मा की 'आग' क्यों फ्लॉप हुई? अमिताभ बच्चन पर भी फोड़ा असफलता का ठीकरा
क्या है खबर?
निर्देशक राम गोपाल वर्मा अपनी बेबाकी के लिए मशहूर हैं। अपने बड़बोलेपन के चलते वह कई बार विवादों में आ चुके हैं। हालांकि, वर्मा अपनी बात रखने से पीछे नहीं हटते।
हाल ही में उन्होंने अपनी फिल्म 'राम गोपाल वर्मा की आग' के बारे में खुलकर बात की और इसकी आफलता पर वह बेझिझिक बोले।
निर्देशक ने फिल्म के फ्लॉप होने का दोष इसमें काम करने वाले सुपरस्टार अमिताभ बच्चन पर भी मढ़ा।
आइए जानें क्या कुछ बोले वर्मा।
खुलासा
निर्देशक को मिला था 'शोले' के सीक्वल का प्रस्ताव
यूट्यूब चैनल 'गेम चेंजर्स' पर वर्मा ने बताया कि उनसे पहले फिल्म 'शोले' का सीक्वल बनाने के लिए संपर्क किया गया था, जिसकी कहानी सुनने के बाद उन्हें 'राम गोपाल वर्मा की आग' बनाने का आइडिया आया।
वह बोले, "शोले का सीक्वल बनाने की चाह जीपी सिप्पी के पोते साशा सिप्पी को थी। उन्होंने कहा कि मेरे दादा आपसे मिलना चाहते हैं क्योंकि उनके पास शोले के सीक्वल के लिए एक कहानी है।"
आइडिया
वर्मा ने ठुकराया प्रस्ताव, पोस्टर से आया रीमेक बनाने का ख्याल
वर्मा बताते हैं कि 'शोले' के सीक्वल की कहानी में गब्बर का बेटा जूनियर गब्बर होता है, जिसमें वो अपने पिता का बदला लेने के लिए वीरू और बसंती को अगवा कर लेता है। इसमें जैकी चैन को कास्ट किया जाना था। हालांकि, वर्मा को यह प्लानिंग बेतुकी लगी।
फिर उन्होंने 'शोले' का रीमेक बनाने की सोची। वर्मा ने एक पोस्टर देखा, जिसमें गब्बर सिंह अमिताभ की तरह दिखता था। यहीं से उन्हें 'शोले' का रीमेक बनाने का ख्याल आया।
हामी
अमिताभ हो गए फिल्म में काम करने के लिए राजी
अमिताभ ने 'सरकार' की सफलता देखते हुए वर्मा पर भरोसा किया और इसका हिस्सा बनें।
वर्मा बोले कि उन्हें रचनात्मक तौर पर इस फिल्म को बनाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने इस दौरान कई खराब फैसले लिए, जिसके कारण उनकी फिल्म नहीं चल पाई।
वर्मा बोले, "फिल्ममेकिंग में सबसे पहली गलती ये होती है कि आप ये फैसला लेते हैं कि आप क्या करना चाहते हैं। उसके बाद कुछ भी आपके काबू में नहीं होता है।"
बयान
बच्चन साहब की भी गलती है- वर्मा
वर्मा कहते हैं, "असली दोषी पोस्टर वाले साशा सिप्पी हैं। एक तरह से बच्चन साहब की भी गलती है, लेकिन मैं इसका दोष अपने ऊपर ले रहा हूं।"
बता दें कि 'राम गोपाल वर्मा की आग' साल 2007 में आई थी जिसमें अमिताभ के अलावा अजय देवगन और मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल भी शामिल थे। यह उस साल की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्मों में से एक थी।
दर्शकों के साथ समीक्षकों ने भी उनकी फिल्म को नकार दिया था।