राजस्थानी सूफी लोक गायक मांगे खान का 49 की उम्र में निधन, जानिए उनके बारे में
राजस्थानी सूफी लोक गायक मांगे खान का निधन हो गया है। 49 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। मांगे दिल की बीमारी से पीड़ित थे और हाल ही में उनकी सर्जरी भी हुई थी। गायक अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चे छोड़ गए हैं। अमरस रिकॉर्ड्स ने खुद मांगे की मौत की खबर प्रशंसकों के साथ साझा की है। आइए हम आपको बताते हैं आखिरकार मांगे खान कौन थे।
'बाड़मेर बॉयज' के प्रमुख गायक थे मांगे
मांगे राजस्थानी सूफी लोक समूह 'बाड़मेर बॉयज' के प्रमुख गायक और हारमोनियम वादक थे। उन्होंने यूरोप, अमेरिका और एशिया में ग्रुप के साथ 20 देशों में 200 संगीत कार्यक्रम किए। मांगे राजस्थान के बाड़मेर के रामसर गांव से वंशानुगत संगीतकारों के समूह मांगणियारों से ताल्लुक रखते थे। वह अपने समुदाय के अन्य लोगों के साथ स्थानीय पारंपरिक आयोजनों जैसे शादियों और बच्चों के जन्म पर अपने जजमानों के लिए गाते थे। अमरस रिकॉर्ड्स के संस्थापक आशुतोष शर्मा ने श्रद्धांजलि दी।
लोग दे रहे श्रद्धांजलि
वैश्विक समारोहों में भी किया करते थे प्रदर्शन
मांगे और उनके समूह ने 'एट होम' और 'केसरिया बाम' जैसे एल्बम रिकॉर्ड किए हैं। बता दें कि 'बाड़मेर बॉयज' ने वैश्विक समारोहों जैसे टोडो मुंडो (2018), रोस्किल्डे (2014), वासेरमुसिक (2015, 2017), विन्निपेग फोक फेस्टिवल (2015), डिस्टॉर्शन (2015), जीरो फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक (2015, 2017), म्यूजिक मीटिंग (2015), फीतो ए मैन (2015), क्लॉकेनफ्लैप हांगकांग (2015) में प्रदर्शन किया है। मांगे के जाने से उनके समूह और जानने वाले स्तब्ध हैं। उन्होंने मांगे के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी है।