रणबीर कपूर को बचपन में थी हकलाने की समस्या, बोले- अब तक नहीं उबरा
अभिनेता रणबीर कपूर यूं तो अमूमन अपनी फिल्मों को लेकर चर्चा में रहते हैं, लेकिन अब वह एक नए कारण के चलते सुर्खियों में हैं। दरअसल, हाल ही में उन्होंने एक राज से पर्दा हटाया। रणबीर ने अपने एक प्रशंसक के सामने यह खुलासा किया कि उन्हें बचपन में हकलाने की बीमारी थी। वह कुछ बोल नहीं पाते थे। यहां तक कि अब भी कई बार उनके साथ ऐसा हो जाता है। आइए जानें क्या बोले रणबीर।
मैं भी बचपन में बहुत हकलाता था- रणबीर
दरअसल, हाल ही में रणबीर का एक प्रशंसक उनसे उनकी हालिया फिल्मों के बारे में पूछते वक्त काफी हकला रहा था। इस दौरान रणबीर ने उसे अपनी दिक्कत के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "जब मैं छोटा था तो मैं भी बहुत हकलाता था। जब कोई मुझसे मेरा नाम पूछता था तो मैं उस पर भी अटक जाता था। यह कभी-कभार अब भी होता है, लेकिन आपको बस कोशिश करनी चाहिए, बहुत संतुलित होना चाहिए और मेडिटेशन करना चाहिए।"
रणबीर ने फैन को दी ये सलाह
रणबीर ने अपने उस फैन को परामर्श देते हुए आगे कहा, "आपको जितना हो सके खुद को शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए और इस बारे में नहीं सोचना चाहिए। इसे लेकर कभी भी शर्मिंदगी महसूस न करें। बस अपने दिल की बात करें।" रणबीर के इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर कई उनकी तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ प्रशंसक नाराजगी जता रहे हैं कि उन्होंने अब तक सभी से अपनी यह समस्या छिपाए रखी।
ऋतिक रोशन भी झेल चुके हैं यही समस्या
ऋतिक रोशन भी बचपन में बहुत हकलाते थे, जिसके चलते उनके साथ पढ़ने वाले लड़के उन्हें चिढ़ाते थे और तंग करते थे। वह घर आकर रोते रहते थे। उन्होंने बताया था कि वो समय उनके लिए बहुत दर्दनाक था। उस समय उनका कोई दोस्त तक नहीं था। मजाक बनने के डर से ऋतिक स्कूल जाने से भी कतराते थे। ऋतिक 6 साल के थे, जब उन्हें यह समस्या हुई थी और 35 की उम्र तक वह इससे जूझते रहे थे।
रणबीर के किरदार को इस फिल्म में थी ये समस्या
अगर आपने फिल्म 'जग्गा जासूस' देखी होगी तो इसमें रणबीर का किरदार आपको बेशक याद होगा। वह इस फिल्म में स्कूल बॉय बने थे। फिल्म तो बॉक्स ऑफिस पर फेल हो गई थी, लेकिन रणबीर ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकाें को अपना मुरीद बना लिया था। इस फिल्म की जान रणबीर ही हैं। हकलाने से लेकर आंखे मिचकाने और गाकर जब वह अपनी बातें कहते हैं तो कुछ भी फर्जी नहीं लगता। इसमें उनके साथ कैटरीना कैफ थीं।
हकलाने की समस्या है क्या?
हकलाने की समस्या को स्टैमरिंग या स्टटरिंग भी कहा जाता है। यह एक स्पीच डिसऑर्डर है, जिसमें बोलने की सामान्य धाराप्रवाह में रुकावट आती है। लिहाजा पीड़ित अक्सर एक शब्द को बोलते हुए बार-बार रुकता है या एक ही शब्द कई बार दोहराता है।