सेंसर बोर्ड की प्रक्रिया पर फिर उठे सवाल, 'मंडली' के ट्रेलर से जुड़ा है मामला
क्या है खबर?
बीते दिनों दक्षिण भारतीय सिनेमा के अभिनेता विशाल ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) पर अपनी फिल्म 'मार्क एंटनी' को सर्टिफिकेट देने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगाया था।
CBI मामले की जांच कर रही है तो अब सेंसर बोर्ड फिल्म 'मंडली' के ट्रेलर को प्रमाण पत्र न देने की वजह से सवालों के घेरे में आ गया है।
दरअसल, निर्माताओं का आरोप है कि ट्रेलर को मंजूरी न मिलने से फिल्म का प्रचार शुरू नहीं हुआ है।
योजना
नवरात्रि के दौरान प्रचार करने की थी योजना
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, रामलीला की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म 'मंडली' के निर्माता इसका प्रचार नवरात्रि के दौरान करना चाहते थे। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने प्रमाण पत्र प्राप्त करने का प्रयास किया था।
हालांकि, सेंसर बोर्ड की ओर से फिल्म को तो प्रमाण पत्र मिल गया, लेकिन इसके ट्रेलर को अभी भी मंजूरी नहीं मिली है।
ऐसे में इसका प्रचार शुरू नहीं हो पाया और ट्रेलर सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित है।
बयान
निर्देशक का क्या कहना है?
'मंडली' के निर्देशक राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने फिल्म की रिलीज तारीख से 15-20 दिन पहले ही प्रमाण पत्र पाने के लिए सेंसर बोर्ड को सभी जरूरी दस्तावेज सौंप दिए थे।
हालांकि, अब काफी समय बीतने के बाद भी ट्रेलर को मंजूरी नहीं मिली और न ही कोई जानकारी मिली है। कार्यालय जाने का भी फायदा नहीं हो रहा है।
निर्देशक कहते हैं कि वे ट्रेलर के माध्यम से अधिक लोगों तक पहुंचने में विफल साबित हो रहे हैं।
रिलीज तारीख
इस दिन रिलीज होगी फिल्म
रिपोर्ट के मुताबिक, निर्देशक से बोर्ड के कर्मचारियों ने 1-2 दिन में समाधान होने की बात कही थी और उन्हें घंटों कार्यालय में भी बिठाकर रखा, लेकिन समस्या का हल नहीं निकला। अब निर्माता कानूनी राय लेने का विचार कर रहे हैं।
27 अक्टूबर को रिलीज हो रही इस फिल्म में छोटे शहरों में रामलीला के आयोजकों को हो रहे लाभ और कलाकारों के शोषण की कहानी दिखेगी।
इसमें रजनीश दुग्गल, आंचल मुंजाल, बृजेंद्र काला और विनीत कुमार शामिल हैं।
आरोप
इन आरोपों के चलते चर्चा में रहा है सेंसर बोर्ड
'मार्क एंटनी' के हिंदी संस्करण के लिए सेंसर बोर्ड के अधिकारियों पर घूस लेने के आरोप लगे थे।
विशाल ने बताया था कि उनसे 6.5 लाख रुपये लिए गए, जिसमें से 3 लाख रुपये स्क्रीनिंग और 3.5 लाख सर्टिफिकेट के लिए थे।
इसके अलावा 'आदिपुरुष' की रिलीज के बाद भी सेंसर बोर्ड को विरोध का सामना करना पड़ा था।
दरअसल, फिल्म के कुछ डायलॉग ने लोगों की भावनाएं आहत की थी, जिसके बाद इसके सर्टिफिकेट पर सवाल उठाए थे।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्मों का निर्माण हुआ है, जिनमें रामलीला का जिक्र किया गया है। इसमें अभिषेक बच्चन की 'रावण', आयुष्मान खुराना की 'नौटंकी साला' और अक्षय कुमार की 'राम सेतु' शामिल हैं। इन सभी फिल्मों को OTT पर देखा जा सकता है।