विजयकांत ने की थी अस्पताल में रजनीकांत की मदद, भावुक अन्ना ने किया याद
तमिलनाडु के लोकप्रिय नेता और अभिनेता विजयकांत 'कैप्टन' के निधन से देशभर की राजनीति और मनोरंजन जगत में शोक की लहर है। उनकी अंतिम विदाई में उनके प्रशंसकों और समर्थकों समेत कई जानीमानी हस्तियां शामिल हुईं। दिग्गज अभिनेता रजनीकांत भी यहां नम आंखों से उनके अंतिम दर्शन करते हुए देखे गए। इसके बाद मीडिया से बातचीत में रजनीकांत ने विजयकांत के साथ अपनी दोस्ती को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
रजनीकांत ने याद की दोस्ती
रजनीकांत ने विजयकांत के बारे में कहा कि वह दोस्ती की मूर्ति थे। एक बार कोई उनसे दोस्ती कर ले, फिर वह उन्हें कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा, "वह अक्सर अपने दोस्तों और नेताओं से नाराज रहते थे, लेकिन उनसे कोई नाराज नहीं हो सकता। उनकी नाराजगी की कोई न कोई वजह होती। एक बार कोई उनके करीब आ जाए, वह उनके प्रेम का कायल हो जाता था। वह बहादुरी के प्रतीक थे। कैप्टन उनके लिए सटीक नाम है।"
अस्पताल में रजनीकांत के लिए हाजिर हो गए 'कैप्टन'
रजनीकांत ने बताया कि एक बार वह अस्पताल में भर्ती थे। कई लोग उनसे मिलने आ रहे थे, जिससे उन्हें परेशानी हो रही थी। जब विजयकांत वहां पहुंचे तो उन्होंने 5 मिनटे में सबको वहां से हटा दिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई उन्हें परेशान न करे, उन्होंने रजनीकांत के बगल में एक कमरा भी बुक करा लिया। रजनीकांत ने कहा कि वह ये बात कभी नहीं भूल सकते हैं।
2 मिनट में खाली कराया रजनीकांत का रास्ता
रजनीकांत ने एक और वाकया याद किया। उन्होंने बताया कि एक बार वह विजयकांत के साथ एक कार्यक्रम के लिए मलेशिया गए थे। वहां प्रशंसकों की भीड़ लग गई। जब विजयकांत ने यह देखा तो वह गए और 2 मिनट में भीड़ हटा दी। रजनीकांत ने कहा, "इस तरह के व्यक्ति को ऐसे देखना मुश्किल है। लाखों लोग रहे और लाखों लोग गुजर गए, लेकिन लोगों के दिलों में कौन रहता है? विजयकांत जिंदाबाद।"
विजयकांत के अंतिम दर्शन करने पहुंचे रजनीकांत
तमिलनाडु के मशहूर राजनेता-अभिनेता थे विजयकांत
विजयकांत तमिलनाडु के जानेमाने अभिनेता और नेता थे। दक्षिण भारत में उन्होंने 150 से अधिक फिल्में की हैं। वह अपने एक्शन और जोशीले संवाद वाली फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। तमिलनाडु में उन्होंने देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (DMDK) की स्थापना की। वह विरुधाचलम और ऋषिवंडियम निर्वाचन क्षेत्रों से 2 बार विधायक रहे। कोरोना और निमोनिया के कारण गुरुवार को चेन्नई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे।