भारत-कनाडा तनाव के बीच गुरदास मान का कॉन्सर्ट स्थगित, वापस लौटाए जाएंगे टिकट के पैसे
क्या है खबर?
भारत और कनाडा के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव के बीच मशहूर पंजाबी गायक गुरदास मान के कनाडा में होने वाले कॉन्सर्ट स्थगित कर दिया गया है।
आयोजकों की ओर से फेसबुक पर पोस्ट साझा कर इस बात की जानकारी दी गई है कि यह कदम हालात को देखते हुए लिया गया है, जो फिलहाल एक आवश्यक कार्रवाई है।
दरअसल, गुरदास 22 से 31 अक्टूबर के बीच कनाडा में अलग-अलग जहर पर कॉन्सर्ट करने वाले थे।
पोस्ट
आयोजकों ने मांगी माफी
इवेंट के प्रमोटर गुरजीत बल प्रोडक्शंस ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि इस महीने होने वाला गुरदास मान का 'अखियां उडीकड़ियां' कनाडा दौरा स्थगित कर दिया गया है। हम समझते हैं कि इस खबर ने उनके प्रशंसकों को निराश किया होगा। हम असुविधा के लिए सभी से माफी मांगते हैं।'
उनका कहना है कि भारत और कनाडा के बीच चल रहे विवाद के मद्देनजर ही यह निर्णय लिया गया है।
निर्णय
ईमेल और वेबसाइट पर मिलेगी पैसे वापस मिलने की जानकारी
आयोजकों ने आखिरी वक्त पर कॉन्सर्ट को स्थगित करने के फैसले से होने वाली असुविधा पर खेद व्यक्त किया है। साथ ही बताया कि इस कॉन्सर्ट के लिए जिन लोगों ने किसी भी तरह का पंजीकरण शुल्क या टिकट खरीदा है, उनके पैसे वापस लौटाए जाएंगे।
पैसे लौटाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी सीधे लोगों को उनके ईमेल या फिर वेबसाइट पर मिलेगी। इसके अलावा अन्य माध्यमों से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
विस्तार
रद्द नहीं, स्थगित हुआ है कॉन्सर्ट
गुरदास का कॉन्सर्ट 22 से 31 अक्टूबर तक आयोजित होने वाला था। इसकी शुरुआत वैंकूवर, टोरंटो, कैलगरी से होती और फिर विन्निपेग में कॉन्सर्ट खत्म होता, लेकिन अब ये हो ही नहीं रहा है।
हालांकि, आयोजकों ने साफ किया है कि इस कॉन्सर्ट को फिलहाल बस राजनीतिक स्थिति को देखते हुए स्थगित किया गया है। यह रद्द नहीं हुआ है।
गुरदास ने भी जल्द नई तारीखों का ऐलान करने और प्रशंसकों को उनके पैसे वापस करने का वादा किया है।
वजह
क्या है भारत और कनाडा के बीच का विवाद?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश की संसद में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों के हाथ होने की आशंका जताई थी।
ट्रूडो ने दावा किया कि उनके पास खुफिया जानकारी और सबूत हैं जो साबित करते हैं कि निज्जर की मौत के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है।
ट्रूडो के आरोप लगाने के बाद से ही भारत और कनाडा के रिश्ते में खटास पड़ गई है।