प्रियंका चोपड़ा बनीं ऑस्कर नामांकित डॉक्यूमेंट्री 'टू किल ए टाइगर' का हिस्सा, निभाएंगी ये जिम्मेदारी
क्या है खबर?
बॉलीवुड से हॉलीवुड तक अपनी पहचान बनाने वाली अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा अक्सर ही सुर्खियों में आ जाती हैं। अभिनेत्री सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हैं और प्रशंसकों से जुड़ी रहती हैं।
अब हाल ही में अभिनेत्री ने बताया कि वह ऑस्कर पुरस्कार के लिए नामांकित डॉक्यूमेंट्री 'टू किल ए टाइगर' का हिस्सा बन गई हैं।
अभिनेत्री ने डॉक्यूमेंट्री की कार्यकारी निर्माता के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभाली है, जिसे नेटफ्लिक्स वैश्विक स्तर पर रिलीज करने की तैयारी में है।
बयान
टीम का हिस्सा बनने पर प्रियंका को है गर्व
प्रियंका ने इंस्टाग्राम पर डेडलाइन की रिपोर्ट साझा कर बताया है कि वह इस डॉक्यूमेंट्री से काफी प्रभावित हैं और इसका हिस्सा बनकर उन्हें काफी खुशी हो रही है।
इसके लिए देव पटेल, मिंडी कलिंग सहित कई मशहूर हस्तियां भी साथ आई हैं।
प्रियंका का कहना है कि वह निशा पाहुजा द्वारा निर्देशित इस डॉक्यूमेंट्री की टीम का हिस्सा बनकर बहुत गर्व महसूस कर रही हैं, जिसे वैश्विक मंच पर लाने के अधिकार नेटफ्लिक्स के पास हैं।
विस्तार
2022 में ही डॉक्यूमेंट्री देख प्रभावित हो गई थीं अभिनेत्री
प्रियंका लिखती हैं, 'मैंने पहली बार 2022 में इसे देखा तो मैं इसकी कहानी से मंत्रमुग्ध हो गई, जिसमें एक पिता का बेटी के लिए न्याय मांगने का संघर्ष दिखता है। कला का यह अद्भुत प्रदर्शन दिल पर असर करता है। मेरा जन्म झारखंड में ही हुआ, जहां से पीड़िता और उसके पिता हैं। एक ऐसे पिता की बेटी मेरे लिए हमेशा चैंपियन रहेगी, मैं इसे देख टूट गई थी।'
अभिनेत्री दर्शकों के इसे देखने का इंतजार नहीं कर सकतीं।
खुशी
निर्देशक ने भी जताई खुशी
कनाडा की रहने वाली भारतीय मूल की निर्देशक निशा ने भी पोस्ट साझा कर अपनी खुशी जताई है। वह नेटफ्लिक्स के डॉक्यूमेंट्री के वैश्विक अधिकार हासिल करने और प्रियंका के उनकी टीम का हिस्सा बनने से काफी उत्साहित हैं।
उन्होंने बताया कि टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (TIFF) में इसके प्रीमियर के बाद से ही प्रियंका इसकी मुरीद हो गई थीं।
मालूम हो कि TIFF में इसे सर्वश्रेष्ठ कनाडाई कनाडाई फीचर फिलम का एम्प्लीफाई वॉयस पुरस्कार मिला था।
कहानी
ऐसी है 'टू किल ए टाइगर' की कहानी
'टू किल ए टाइगर' को ऑस्कर 2024 के लिए सर्वश्रेष्ठ फीचर डॉक्यूमेंट्री श्रेणी में नामांकित किया गया है।
यह कहानी झारखंड के एक किसान रंजीत की है, जो अपनी 13 वर्षीय बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ता है।
दरअसल, उसकी बेटा का 2017 में 3 पुरुषों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।
इस डॉक्यूमेंट्री को 2023 में अमेरिका में रिलीज किया गया था और यह अभी तक अलग-अलग फिल्म महोत्सवों में 19 पुरस्कार अपने नाम कर चुकी है।