प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर साधा निशाना, बोलीं- सजावटी सामान की तरह इस्तेमाल होती थीं अभिनेत्रियां
बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक अपने अभिनय का परचम लहराने वाले अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा सुर्खियों में बनी हुई हैं। एक ओर अभिनेत्री की सीरीज 'सिटाडेल' रिलीज के लिए तैयार है, दूसरी ओर उनके बॉलीवुड से दरकिनार किए जाने वाले बयान के बाद से वह चर्चा में हैं। अब एक बार फिर अभिनेत्री ने बॉलीवुड पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके करियर के शुरुआती दौर में अभिनेत्रियों को फिल्मों में महज सजावटी सामान की तरह इस्तेमाल किया जाता था।
प्रियंका ने बॉलीवुड में अभिनेत्रियों की स्थिति पर की बात
हाल ही में फर्स्टपोस्ट के साथ एक साक्षात्कार के दौरान प्रियंका ने पहले के दौर में बॉलीवुड में अभिनेत्रियों की स्थिति को लेकर बयान दिया, जो हर जगह छाया हुआ है। इसके साथ उन्होंने अपने पूरे सफर के बारे में भी बात की। प्रियंका ने बताया कि कैसे शुरुआती दिनों में बॉलीवुड में अभिनेत्रियों को केवल एक सजावटी भूमिका समझा जाता था और उन्हें सिर्फ 5 सीन और 5 गानों से ही खुश रहने की सलाह दी जाती थी।
हिंदी फिल्म उद्योग को दिया अपनी सफलता का श्रेय
सबसे पहले प्रियंका ने बॉलीवुड से हॉलीवुड तक के अपने सफर के बारे में बात की। उन्होंने कहा, "मेरा सफर तब शुरू हुआ जब मैं 17 साल की थी। मैं कभी फिल्म स्कूल नहीं गई इसलिए आज मैं जो भी हूं, उसका श्रेय हिंदी फिल्म उद्योग को जाता है क्योंकि मेरे अभिनय की नींव वहां से रखी गई।" उन्होंने कहा, "मेरे देश ने मुझे इस तरह से प्रशिक्षित किया कि मुझे हॉलीवुड में काम करने में कभी दिक्कत नहीं हुई।"
अधिक काम की हकदार होती हैं अभिनेत्रियां- प्रियंका
प्रियंका से OTT प्लेटफॉर्म के आगमन से महिलाओं की भूमिका में बदलाव के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "मैंने ऐसे समय में शुरुआत की जब महिलाओं को बॉलीवुड में केवल सजावटी सामान के समान भूमिकाएं ही मिल रही थीं।अभिनेत्रियां साइडकिक होती थीं।" उन्होंने कहा, "कुछ समय बाद मुझे एहसास हुआ कि मेरी जैसी अभिनेत्रियां और काम की मांग करती हैं, जो विश्वास दिलाता था कि महिला कलाकार अधिक चाहती हैं और अधिक की हकदार होती हैं।"
इंडस्ट्री में काम न मिलने पर महिलाओं ने खुद संभाली कमान
प्रियंका ने कहा, "श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित जैसी अभिनेत्रियों ने भी उन भूमिकाओं को निभाया जो महिलाओं पर केंद्रित थीं, लेकिन वे बहुत कम थीं। उसके बाद जब मैंने बॉलीवुड में कदम रखा तो लड़कियों को एहसास हुआ कि अगर इंडस्ट्री हमें काम नहीं देगी, जिसके हम हकदार हैं तो हम खुद करेंगे।" उन्होंने कहा, "महिलाओं ने लेखक, निर्माता और अभिनेत्री की भूमिका निभानी शुरू की। मुझे लगता है कि किसी भी इंडस्ट्री में महिला सशक्तिकरण बातचीत से आता है।"
आने वाली पीढ़ी को नहीं लड़नी होगी हमारी लड़ाई- प्रियंका
प्रियंका ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "मुझे बहुत गर्व है कि हमारे पास अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, विद्या बालन, आलिया भट्ट जैसी अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने आगे बढ़कर कहा कि हम ज्यादा के लायक हैं, हमें और चाहिए।" उन्होंने कहा, "मैंने महसूस किया है कि अगर हमें जीवन में वह नहीं मिलता है, जिसके हम हकदार हैं तो हमें इसकी मांग करनी पड़ेगी। उम्मीद है कि अब आने वाली पीढ़ी की अभिनेत्रियों को हमारी लड़ाई नहीं लड़नी पड़ेगी।"
इस दिन आएगी 'सिटाडेल'
'सिटाडेल' 28 अप्रैल को अमेजन प्राइम वीडियो पर आने वाली है। यह सीरीज अंग्रेजी के साथ हिंदी, तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ भाषा में रिलीज होगी। बता दें कि इसके हिंदी संस्करण में वरुण धवन और सामंथा रुथ प्रभु नजर आने वाले हैं।