कार्तिक आर्यन और कृति सैनन की फिल्म 'शहजादा' में म्यूजिक देंगे प्रीतम
क्या है खबर?
कार्तिक आर्यन और कृति सैनन फिल्म 'अला वैकुंठपुरमलो' की हिन्दी रीमेक को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में कृति कार्तिक के साथ मुख्य भूमिका में नजर आएंगी।
बताया जा रहा है कि 'अला वैकुंठपुरमलो' की हिन्दी रीमेक का शीर्षक 'शहजादा' रखा गया है। इसके अलावा फिल्म से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आ रही है।
खबरों की मानें तो कार्तिक और कृति की इस फिल्म में मशहूर म्यूजिक कंपोजर प्रीतम भी शामिल हो गए हैं।
रिपोर्ट
म्यूजिक कंपोजर के तौर पर जुड़ेंगे प्रीतम
पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक, मेकर्स ने इस फिल्म के लिए प्रीतम को फाइनल कर लिया है। वह फिल्म से म्यूजिक कंपोजर के तौर पर जुड़ेंगे।
एक सूत्र ने कहा, "प्रीतम और रोहित धवन ने 'देसी बॉयज' और 'ढिशूम' में साथ काम किया है। दोनों फिल्मों के संगीत को आज भी लगभग सभी पार्टियों के लोकप्रिय गानों में शुमार किया जाता है। अब ये दोनों एक ऑरिजनल म्यूजिक एल्बम तैयार करने के लिए 'शहजादा' में साथ आए हैं।"
सूचना
परेश रावल और मनीषा कोइराला भी फिल्म में दिखेंगे
एक सूत्र ने कहा कि फिल्म में संगीत का बहुत बड़ा स्कोप है। इस बहुप्रतीक्षित फिल्म की शूटिंग 12 अक्टूबर से मुंबई के फिल्म सिटी में शुरू हो जाएगी।
फिल्म में परेश रावल और मनीषा कोइराला प्रमुख भूमिकाओं में नजर आ सकते हैं। परेश और मनीषा से फिल्म की टीम बातचीत करने में जुटी है।
मेकर्स ने स्टूडियो में फिल्म की शूटिंग के लिए एक बहुत बड़ा सेट तैयार किया है। फिल्म का निर्देशन रोहित धवन ही कर रहे हैं।
जानकारी
2022 में त्योहारों के अवसर पर रिलीज होगी फिल्म
अभी तक फिल्म की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। फिल्म का निर्माण अल्लू अरविंद, अमन गिल और एस राधे कृष्णा ने किया है। इन्होंने ही शाहिद कपूर की 'जर्सी' को प्रोड्यूस किया है।
'अला वैकुंठपुरमलो' एक तेलुगु फिल्म है, जो सुपरहिट साबित हुई थी। फिल्म में साउथ स्टार अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका में थे। कृति को ऑरिजनल फिल्म के पूजा हेगड़े के किरदार के लिए चुना गया है।
'शहजादा' को 2022 में त्योहारों के अवसर पर रिलीज किया जाएगा।
कहानी
'अला वैकुंठपुरमलो' की ऐसी है कहानी
त्रिविक्रम श्रीनिवास के निर्देशन में बनी एक्शन ड्रामा फिल्म 'अला वैकुंठपुरमलो' ने रिलीज होकर बड़ा धमाका किया था।
फिल्म की कहानी अल्लू के किरदार बंटू के इर्दगिर्द घूमती है, जो लगातार अपने पिता द्वारा तिरस्कृत होते हुए बड़ा होता है और अपने असली माता-पिता की खोज में लगा रहता है।
अंत में बंटू को पता चल जाता है कि उसके असली पिता एक बहुत बड़े व्यापारी हैं, जो वैकुंठपुरमलो नाम के एक आलीशान घर में रह रहे होते हैं।