'बर्फी' से 'छिछोरे' तक, मानसिक समस्याओं पर बात करती हैं ये लोकप्रिय हिंदी फिल्में
जिस तरह से शारीरिक सेहत पर ध्यान देना जरूरी है, बिल्कुल उसी तरह से मानसिक सेहत भी बहुत मायने रखती है। हालांकि, आज भी मानसिक सेहत पर खुलकर बात करने से कई लोग परहेज करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता कि लोग उनका मजाक बनाएंगे। बहरहाल, बॉलीवुड में ऐसी कई ऐसी फिल्में बनाई गई हैं, जो मानसिक समस्याओं को लेकर जागरूक करती हैं और ये सभी वो फिल्में हैं, जिन्हें दर्शकों से भरपूर प्यार मिला है। एक नजर उन्हीं फिल्मों पर।
'छिछोरे' और 'डियर जिंदगी'
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'छिछोरे' डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्या पर बात करती है। निर्देशक नितेश तिवारी इन मानसिक समस्या पर अलग तरह से बात करने की कोशिश की। कॉलेज लाइफ पर आधारित इस फिल्म में श्रद्धा कपूर और वरुण शर्मा भी नजर आए थे। डिज्नी+ हॉटस्टार पर यह फिल्म मौजूद है। उधर नेटफ्लिक्स पर मौजूद 'डियर जिंदगी' में आलिया भट्ट को डिप्रेशन से जूझता दिखाया गया है, वहीं, शाहरुख खान ने इसमें मनोचिकित्सक की भूमिका निभाई है।
'तमाशा' और 'बर्फी'
'तमाशा' में रणबीर कपूर ने वीर नाम के शख्स की भूमिका निभाई है, जो बॉर्डर लाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से पीड़ित है। नेटफ्लिक्स, ZEE5 आर अमेजन प्राइम वीडियो पर यह फिल्म मौजूद है। उधर 'बर्फी' में प्रियंका चोपड़ा ने दिमाग से जुड़ी समस्या ऑटिज्म से जूझती लड़की का किरदार निभाया था। नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम वीडियो पर यह फिल्म देखी जा सकती है। इस फिल्म में भी रणबीर ने मुख्य भूमिका निभाई थी ।
'हीरोइन' और 'कार्तिक काॅलिंग कार्तिक'
फिल्म 'हीरोइन' में करीना कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझते हुए दिखाया गया था। फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे इस बीमारी की वजह से करीना का करियर ग्राफ नीचे गिरता चला आता है। यिह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर है। उधर नेटफ्लिक्स पर मौजूद 'कार्तिक कॉलिंग कार्तिक' में फरहान अख्तर ने कार्तिक की भूमिका निभाई है], जो सिजोफ्रेनिया नाम की गंभीर मानसिक बीमारी से ग्रस्त है।
'माय नेम इज खान' और 'तारे जमीन पर'
फिल्म 'माय नेम इज खान' में शाहरुख को एक मानसिक बीमारी से जूझते दिखाया गया है, जिसका नाम एस्पर्जरी सिंड्रोम है। फिल्म में उनके साथ काजोल नजर आई थीं। इस फिल्म को अमेजन प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है। आमिर खान की फिल्म 'तारे जमीन पर' भी मानसिक समस्या पर बात करती है। इसमें एक बच्चे को मानसिक बीमारी डिस्लेक्सिया से पीड़ित दिखाया गया है। यूट्यूब और नेटफ्लिक्स पर यह फिल्म उपलब्ध है।