
पंकज कपूर की इस फिल्म ने जीते थे 8 ऑस्कर, नौकरी तक गंवा बैठे थे अभिनेता
क्या है खबर?
दिग्गज अभिनेता पंकज कपूर बड़े गजब के कलाकार हैं। उनके चाहनेवालों की सूची बहुत लंबी है।
कुछ कलाकार इतने उम्दा होते हैं कि पूरी फिल्म खत्म हो जाती है और उनका अभिनय और किरदार जहन में रह जाता है। पंकज उन्हीं कलाकारों में शुमार हैं।
अपने अभिनय करियर में कई यादगार भूमिकाएं निभा चुके पंकज 29 मई को 71 साल के हो गए हैं।
आइए आज उनकी उस फिल्म के बारे में जानें, जिसने 8 ऑस्कर अपने नाम किए।
फिल्म
'गांधी' थी वो फिल्म
साल 1982 में महात्मा गांधी के जीवन पर एक फिल्म बनाई गई थी। भारत और ब्रिटेन के सहयोग से बनी इस फिल्म का एक तिहाई बजट भारत सरकार ने दिया था।
यही वो फिल्म थी, जिसमें पंकज ने महात्मा गांधी के दूसरे सचिव प्यारेलाल की भूमिका निभाई थी।
फिल्म में भले ही पंकज की भूमिका उतनी बड़ी नहीं थी, लेकिन हमेशा की तरह वह एक प्रभावशाली किरदार में नजर आए और अपना असर छोड़ गए।
बड़ा मौका
गांधी से मिला फिल्मी दुनिया में बड़ा ब्रेक
पंकज ने पिता की सलाह पर अभिनय जगत में करियर बनाने के लिए भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (FTII) और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में आवेदन दिया।
पढ़ाई के साथ-साथ वह थिएटर करने लगे। पढ़ाई पूरी होने के बाद पंकज NSD की रेपर्टरी कंपनी में नौकरी करने लगे।
पंकज को फिल्मी दुनिया में बड़ा ब्रेक हॉलीवुड निर्देशक रिचर्ड एटनबरो की 'गांधी' के जरिए मिला और बस इस फिल्म के बाद उनके अभिनय करियर की गाड़ी चल पड़ी।
अवसर
कैसे मिली अभिनेता को 'गांधी'?
दरअसल, पंकज 'मुख्यमंत्री' नाम के एक नाटक में अभिनय कर रहे थे। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री के सचिव का किरदार निभाया था।
रिचर्ड को इस नाटक में पंकज का अभिनय इतना पसंद आया कि उन्हें गांधी जी के दूसरे सचिव प्यारे लाल नायर की भूमिका सौंप दी।
पंकज का मानना था कि उनकी शक्ल प्यारे लाल नायर से मिलती-जुलती थी। शायद इसी वजह से उन्हें बुलाया गया था।
पंकज ने भी मौके पर चौका मारा और उन्हें शॉर्टलिस्ट कर लिया गया।
नौकरी
फिल्म के चक्कर में चली गई थी नौकरी
पंकज से गांधी के उपवास वाले एक कठिन सीन की डबिंग करवाई गई। पंकज ने वो सीन अंग्रेजी में डब किया। निर्देशक ने सुना और इसके लिए तुरंत उन्हें चुन लिया।
पंकज रोज 11 घंटे डबिंग करते थे और इस वजह से उन्हें NSD की नौकरी गंवानी पड़ी। खुद उन्होंने यह खुलासा किया था।
इसके बाद पंकज ने मुंबई की ओर रुख किया। फिर 'मंडी' जैसी कई शानदार फिल्मों में काम कर बॉलीवुड में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
जानकारी
'गांधी' को मिले थे 8 ऑस्कर
'गांधी' को 55वें अकादमी अवार्ड्स में कुल 8 ऑस्कर पुरस्कार मिले थे। इस फिल्म में गांधी के अंतिम संस्कार का सीन शूट करने के लिए 19 कैमरे लगाए गए थे। साथ ही यह सीन गांधी जी की 33वीं पुण्यतिथि के दिन शूट हुआ था।