इरफान की जयंती पर पत्नी सुतापा ने बताईं भावुक कर देने वालीं बातें
क्या है खबर?
7 जनवरी, यही वो दिन था, जब अभिनेता इरफान खान ने इस दुनिया में कदम रखा था। वह एक ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने अपनी जिंदगी की हर जंग को अनोखे ढंग से लड़ा।
इरफान ने अपने हर किरदार को बड़ी शिद्दत से निभाया। बदनसीबी से वह अपने जन्मदिन पर अपने परिवार के साथ मौजूद नहीं हैं। उनकी पत्नी सुतापा ने इरफान की 55वीं जयंती पर उनसे जुड़ीं कई यादें साझा कीं।
आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
दुखद
"बेसुध पड़े थे इरफान, मैं गाने गा रही थी"
सुतापा ने उन पलों को याद किया, जब इरफान अपनी मौत से चंद कदम दूर थे। उन्होंने पिंकविला को बताया, "वह बिस्तर पर बेसुध पड़े थे, लेकिन आंखों से लगातार आंसू बह रहे थे। मैं उस वक्त इरफान के लिए गाने गा रही थी।"
उन्होंने बताया, "मैंने उनके लिए 'झूला किन्ने डाला रे अमरिया', 'झूले मोरा सइयां', 'लग जा गले', 'आज जाने की जिद ना करो' जैसे गाने गाए। इसके अलावा मैंने रबींद्र संगीत भी इरफान के लिए बजाया।"
जिंदादिल
दर्द में भी खुश रहते थे इरफान- सुतापा
सुतापा ने कहा, "इरफान दर्द में भी हंसते थे। वह बहुत खुशदिल थे। हम एक कीमो सेशन के बाद लंदन के हाइड पार्क में बैठकर बच्चों के साथ अपने अगले ट्रिप की प्लानिंग कर रहे थे। यूरोप जाने की बात चल रही थी।"
सुतापा ने बताया, "इसी बीच इरफान हंस पड़े। उन्होंने कहा, "मैं कैसे अपनी फैमिली वेकेशन में अपने शरीर में इन बुलाए मेहमानों को ले जा सकता हूं?" दरअसल, इरफान अपनी बीमारी की बात कर रहे थे।"
दिल की बात
"भूलता नहीं, दर्द के साथ जीना सीख जाता है इंसान"
सुतापा ने ईटाइम्स से कहा, "जब आपका कोई करीबी आपसे बिछड़ता है तो आप उससे खुद को अलग नहीं कर सकते। इतने बड़े नुकसान की भरपाई कभी हो नहीं सकती। बस आप उस दर्द के साथ जीना सीख लेते हैं।"
उन्होंने कहा, "इरफान ने हमारा साथ तब छोड़ा, जब वह अपने करियर के सबसे अच्छे दौर का लुत्फ उठाने वाले थे। उनके पास बॉलीवुड और हॉलीवुड से लेकर छह बड़ी फिल्में थीं, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।"
पसंद
इरफान को जन्मदिन मनाने में नहीं था विश्वास
सुतापा ने कहा, "इरफान को जन्मदिन में जश्न मनाना बिल्कुल पसंद नहीं था। वह खुद का जन्मदिन तक भूल जाते थे। जब हम शुरुआती सालों में डेटिंग कर रहे थे तो मुझे उनकी यह चीज थोड़ी अखरती थी। यह स्वीकार करने में मुझे थोड़ा समय लगा।"
सुतापा ने बताया, "इरफान कहा करते थे कि पता नहीं हम हर साल कितने नए दिन इजाद करते हैं? पूरी धरती पर तो हम इंसान बोझ हैं। फिर मैं क्या सेलिब्रेट करूं?"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
इरफान ने कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ी। 29 अप्रैल, 2020 को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। सुतापा, इरफान के हर बुरे दौर में उनके साथ मजबूती से खड़ी रहीं। इरफान ने 23 जनवरी, 1995 को सुतापा से लव मैरिज की थी।