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नितीश भारद्वाज ने किया 'ओपेनहाइमर' में भगवद गीता का बचाव, कहा- इसका भावनात्मक पहलू समझें
'ओपेनहाइमर' पर बोले नितीश भारद्वाज

नितीश भारद्वाज ने किया 'ओपेनहाइमर' में भगवद गीता का बचाव, कहा- इसका भावनात्मक पहलू समझें

Jul 25, 2023
11:35 am

क्या है खबर?

बीता वीकेंड फिल्म प्रशंसकों के लिए खास रहा। एक तरफ हॉलीवुड फिल्म 'ओपमेनहाइमर' ने बड़े पर्दे पर दस्तक दी तो दूसरी ओर 'बार्बी' की भी दीवानगी देखने को मिली। प्रशंसकों ने 'बार्बेनहाइमर वीकेंड' का खूब लुत्फ उठाया। हालांकि, फिल्म देखने के बाद कुछ भारतीय दर्शक 'ओपेनहाइमर' पर भड़के नजर आए। फिल्म में एक इंटिमेट दृश्य के दौरान भगवद गीता के श्लोक के इस्तेमाल से दर्शक भड़क गए। अब अभिनेता नितीश भारद्वाज ने फिल्म का बचाव किया है।

श्लोक

नितीश ने समझाया श्लोक का मलतब

ई टाइम्स से बातचीत में नितीश ने कहा, 'भगवद गीता संघर्षों, खासकर भावनात्मक संघर्षों के बीच अपने कर्मों को करते रहने का संदेश देती है। श्लोक 11.32 अर्जुन को एक योद्धा के रूप में अपना कर्तव्य पूरा करने की सीख देती है। कृष्ण के श्लोक को अच्छे से समझे जाने की जरूरत है। वह कहते हैं कि अगर तुम उन्हें नहीं मारोगे, तो भी वे खत्म होंगे। इसलिए अपना कर्तव्य करो।"

बचाव

इस संशय में थे ओपेनहाइमर

'ओपनेहाइमर' के बारे में नितीश ने कहा कि जब ओपेनहाइमर के बनाए परमाणु बम का इस्तेमाल जापान के निर्दोष लोगों को मारने के लिए हुआ तो उनके मन में सवाल आने लगा कि क्या उन्होंने अपना कर्तव्य अच्छे से निभाया है या नहीं। उनके सबसे लोकप्रिय इंटरव्यू में उनकी आंखें नम दिखती हैं। उनके मन में अपराधबोध था। उन्हें लगता था कि उनका आविष्कार भविष्य में मानव जाति को खत्म कर देगा।

बचाव

नितीश ने दर्शकों से की अपील

फिल्म में श्लोक के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा, "इसे वैज्ञानिक के पक्ष से समझा जाना चाहिए। ओपेनहाइमर की भावनात्मक स्थिति के बारे में सोचिए। एक वैज्ञानिक अपने आविष्कार के बारे में हर समय सोचता है, चाहे वह कुछ भी कर रहा हो।" उन्होंने कहा, "मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे ओपेनहाइमर के भावनात्मक पक्ष को समझें। अब हम देख रहे हैं कि परमाणु तकनीक इंसानों की बर्बादी का कारण बन रही है। उनकी बात सच नहीं हो गई?"

फिल्म 

ओपेनहाइमर को दिया जाता है परमाणु बम बनाने का श्रेय

'ओपेनहाइमर' वैज्ञानिक जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर के जीवन पर आधारित है। ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया था। वह अपने जीवन में संस्कृत में काफी दिलचस्पी रखते थे। इसके लिए उन्होंने भगवद गीता समेत कई हिंदु ग्रंथ पढ़े थे। क्रिस्टफर नोलान की इस फिल्म में सिलियन मर्फी ने ओपेनहाइमर का किरदार निभाया है। यह फिल्म दुनियाभर में 800 करोड़ रुपये से ज्यादा कमा चुकी है। भारत में भी फिल्म को अच्छी संख्या में दर्शक मिल रहे हैं।