#NewsBytesExplainer: इस तरह शुरु हुई थी शाहरुख खान की 'रेड चिलीज एंटरटेनमेंट', जानिए कैसा रहा सफर
शाहरुख खान बॉलीवुड के सबसे चहेते अभिनेता होने के साथ ही सबसे व्यस्त कलाकारों में भी शुमार हैं। अभिनय के अलावा वह एक सफल बिजनेसमैन भी हैं। उनकी कंपनी 'रेड चिलीज एंटरटेनमेंट' भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी निर्माता कंपनियों में से एक है। रेड चिलीज बॉलीवुड की कई लोकप्रिय फिल्मों का निर्माण कर चुकी है। कंपनी VFX और डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में भी सक्रिय है। आपको बताते हैं इस कंपनी की शुरुआत कैसे हुई और कैसा रहा है इसका सफर।
जूही चावला के साथ शुरू की थी 'ड्रीम्ज अनलिमिटेड'
1998-99 के दौर में शाहरुख की लोकप्रियता नई ऊंचाइयों पर थी। उसी दौरान उन्होंने अभिनेत्री जूही चावला और निर्देशक अजीज मिर्जा के साथ मिलकर 'ड्रीम्ज अनलिमिटेड' नाम से एक निर्माता कंपनी शुरू की थी। ड्रीम्ज अनलिमिटेड ने 'फिर भी दिल है हिंदुस्तानी', 'अशोका' और 'चलते चलते' जैसी फिल्म बनाई थी। 2002 में शाहरुख ने इसका अधिग्रहण किया और इसे 'रेड चिलीज एंटरटेनमेंट' (RCE) के रूप में स्थापित किया। शाहरुख के साथ उनकी पत्नी गौरी खान इस कंपनी की सह-संस्थापक हैं।
पहली फिल्म को मिली सफलता
फराह खान द्वारा निर्देशित 'मैं हूं ना' RCE की पहली फिल्म थी। फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता मिली थी। 2005 में RCE की फिल्म 'पहेली' आई थी। फिल्म को न सिर्फ समीक्षकों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी, बल्कि इसे उस साल भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भेजा गया था। उसके बाद कंपनी ने 'ओम शांति ओम', 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर', 'चेन्नई एक्सप्रेस', 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी फिल्में बनाईं।
2006 में शुरु हुआ VFX स्टूडियो
RCE ने 2006 में अपने VFX स्टूडियो की भी औपचारिक शुरुआत की। RCE.VFX देश की श्रेष्ठ VFX कंपनियों में गिनी जाती है। 2011 में इस कंपनी ने 'रावन' का VFX तैयार किया था। इस फिल्म के निर्माण का काम दुनियाभर में अलग-अलग जगहों पर 15 स्टूडियो में पूरा किया गया था। करीब 130 करोड़ रुपये में बनी यह फिल्म उस वक्त की सबसे मंहगी बॉलीवुड फिल्म थी। फिल्म ने बॉलीवुड को नए स्तर का VFX दिखाया था।
फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए अलग योजना
RCE देश की सबसे बड़ी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में भी शुमार है। यह कंपनी न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेश में भी बॉलीवुड फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूशन का काम देखती है। अलग-अलग डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ साझेदारी से कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि उनकी फिल्में हर स्तर के दर्शकों तक पहुंचे। यही वजह है कि 'दिलवाले', 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी फिल्मों को विदेश में अच्छी लोकप्रियता मिली थी। कंपनी ने OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के साथ भी साझेदारी की है।
टीवी में भी आजमाया हाथ
2009 में कंपनी ने टीवी के लिए स्वतंत्र शाखा 'रेड चिलीज इडियट बॉक्स' की शुरुआत की थी। हालांकि, इसे ज्यादा सफलता नहीं मिली और यह 2012 में ही बंद हो गई। इस कंपनी ने कॉमेडी शो 'घर की बात है', फराह का चैट शो 'तेरे मेरे बीच में', 'ईशान: सपनो को आवाज दे' जैसे शो का निर्माण किया था। कंपनी ने TLC इंडिया के लिए डॉक्यु सीरीज 'लिविंग विद अ सुपरस्टार: शाहरुख खान' का भी निर्माण किया था।
खेल में भी किया प्रवेश
2008 में रेड चिलीज ने खेल जगत में भी कदम रखा। इस साल शाहरुख ने जूही चावला और जय मेहता के साथ IPL टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का मालिकाना हक प्राप्त किया था। KKR आज भी IPL की सबसे ज्यादा ब्रैंड वैल्यू वाली टीम मानी जाती है। शाहरुख ने रेसिंग लीग i1 सुपर सीरीज में मुंबई की टीम में निवेश किया। वह फुटबॉल क्लब i लीग, कैरेबियन प्रीमियर लीग की फ्रैंचाइज ट्रिनबागो नाइट राइडर्स में भी सक्रिय हैं।