नीना गुप्ता बनने चली थीं लीड हीरोइन, बोलीं- बड़ी गलतफहमी में थी, किसने दिखाया आईना?
नीना गुप्ता उन अभिनेत्रियों में शुमार हैं, जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी एक खास जगह बनाई हैं। कई बार वह अपनी सहायक भूमिका से फिल्म की हीरोइन पर भी भारी पड़ी हैं। पिछली बार उन्हें फिल्म 'इश्क-ए-नादान' में देखा गया था, जिसमें उनके काम की तारीफ हुई थी। हाल ही में नीना ने अपने करियर पर बात की और बताया कि आखिर अपनी किस गलती की वजह से वह हीरोइन नहीं बन पाईं। आइए जानते हैं क्या कुछ बोलीं नीना।
नीना को थी ये गलतफहमी
एक बुक फेयर के दौरान नीना ने कहा, "मुझे मेरी पहली फिल्म 'साथ-साथ' में एक लल्लू या कहें बेवकूफ लड़की का किरदार मिला था। मैं तो यह कल्पना कर रही थी कि इतने शानदार प्रदर्शन के बाद लोग प्रस्ताव लेकर मेरे दरवाजे के बाहर कतार लगाए खड़े होंगे, लेकिन मुझे मनोरंजन के व्यवसाय के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।" उन्होंने बताया, "मेरा किरदार एक कॉमेडियन लड़की का था। इसमें मेरी लाइन "मैं ना कहती थी", बड़ी हिट हुई थी।"
गिरिश कर्नाड ने कर दी भी भविष्यवाणी
अभिनेत्री बोलीं, "मुझे याद है कि मैं प्रीमियर पार्टी के लिए गई थी और वहां मेरी मुलाकात दिवंगत अभिनेता गिरीश कर्नाड से हुई, जिन्हें मैं बहुत अच्छी तरह से जानती थी।" नीना ने कहा, "अभिनेता ने तभी भविष्यवाणी कर दी थी कि मेरी भूमिका इतनी लोकप्रिय हो गई है, इसलिए अब इसके बाद मुझे कभी भी मुख्य भूमिका निभाने का मौका नहीं मिलेगा और ना ही मैं कभी लीड हीरोइन बन पाऊंगी। जैसा उन्होंने बोला, हुआ भी बिल्कुल वैसा ही।"
न्यूजबाइट्स प्लस
गिरिश अभिनेता होने के साथ-साथ एक जाने-माने नाटककार और निर्देशक भी थे। ज्ञानपीठ से सम्मानित गिरीश का जून, 2019 में निधन हो गया था। उनकी उम्र 81 साल थी। उन्हें 1974 में पद्मश्री और 1992 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
मजबूरी में किए कई किरदार
नीना बोलीं, "यह सच है, जब आप एक बार कॉमेडी कर लेते हैं, खासकर एक महिला अगर आप हैं तो आप बस वहीं तक सीमित हो जाते हैं। निर्माता-निर्देशक फिर आपको मुख्य भूमिका में लेने की कल्पना नहीं कर सकते। कई सालों तक मुझे एक जैसी भूमिकाएं मिलती रहीं।" उन्होंने कहा कि वह उस समय संघर्ष कर रही थीं। ऐसे में उन्हें कई ऐसे प्रस्ताव स्वीकार करने पड़े, जो वह नहीं करना चाहती थीं, क्योंकि उन्हें पैसों की जरूरत थी।
"सोचती थी प्रस्तावों की लाइन लग जाएगी"
अभिनेत्री बातचीत में आगे कहती हैं, "मैं नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से थी और सोचती थी कि मैं एक बहुत बढ़िया अभिनेत्री हूं। लगता था कि मुंबई आऊंगी। एक भूमिका करूंगी और फिर बस मेरे दरवाजे के बाहर मुझे काम देने की पेशकश करने वालों की लाइनें लग जाएंगी, क्योंकि मैं बहुत अच्छी अदाकारा हूं।" उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता था कि यह एक व्यवसाय है। मैं व्यवसाय के नियमों को नहीं जानती थी, इसलिए मैंने बहुत सारी गलतियां कीं।"
कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहीं नीना
नीना ने बॉलीवुड में 'खलनायक', 'जाने भी दो यारों', 'बधाई हो', 'ऊंचाई', 'वध', 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' और 'गुड बाय' जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है। वह एक राष्ट्रीय पुरस्कार और एक फिल्मफेयर पुरस्कार भी अपने नाम कर चुकी हैं।