शुक्रवार को दिल्ली में विज्ञान भवन में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का वितरण किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विजेताओं को ये पुरस्कार दिए। इस दौरान केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में भारतीय सिनेमा जगत की दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं।
फिल्म का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों और युवाओं पर पड़ता है। आपसे अपेक्षा है कि आप भावी पीढ़ी के निर्माण में अपना योगदान देंगे। मुझे विश्वास है कि फिल्म इंडस्ट्री लगातार विकास करेगी और विश्वस्तर पर ऊंचाइयों तक पहुंचेगी।
फिल्म एक इंडस्ट्री तो है ही, यह हमारे जीवन मूल्यों के चित्रण का साधन है। मैं मानती हूं भारत के चरित्रों पर आधारित फिल्में व्यावसायिक रूप से भी सफल होती हूं। इसके लिए मैं फिल्म 'गांधी' का उल्लेख करना चाहूंगी।
आशा जी का सम्मान उत्तम महिला शक्ति का सम्मान है। मुझे बताया गया है IFFI में अगली पीढ़ी के सिनेमा के प्रतिनिधि के रूप में 75 युवाओं को प्रोत्साहित किया गया है। इससे सिनेमा का मार्ग प्रशस्त होता है। ऐसे सभी प्रयासों के लिए मैं सूचना एवं प्रसारण मंत्री और फिल्म इंडस्ट्री का सराहना करती हूं।
जन्मदिन से दो दिन पहले यह सम्मान प्राप्त करना बेहद खुशी की बात है। मैं इस सम्मान के लिए जूरी का धन्यवाद देती हूं। मैं इस इंडस्ट्री के युवाओं को दृढ़ और अनुशासन में रहने का संदेश देती हूं। - आशा पारेख
68th #NationalFilmAwards | Ajay Devgn receives the National Award for the Best Popular Film Providing Wholesome Entertainment for his film, ‘Tanhaji: The Unsung Warrior’. pic.twitter.com/6IDxCgApsI
— ANI (@ANI) September 30, 2022
प्रतिष्ठित अभिनेत्री आशा पारेख को 2020 का दादा साहेब फाल्के दिया गया। उन्हें सम्मानित करने से पहले समारोह में आशा पर बनी एक फिल्म दिखाई गई। 79 वर्षीय अभिनेत्री आशा पारेख 'दिल देके देखो', 'कटी पतंग', तीसरी मंजिल जैसी फिल्मों के लिए पहचानी जाती हैं।
सर्वश्रेष्ठ फिल्म तमिल फिल्म सोरारई पोटरू बनी। इसके लिए फिल्म की निर्माता और निर्देशक को स्वर्ण कमल दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म हिंदी फिल्म तान्हाजी बनी। फिल्म के निर्देशक ओम राउत और अजय देवगन को इसके लिए स्वर्ण कमल प्रदान दिया गया।
मराठी फिल्म 'सुमी' को बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
स्वर्गीय सच्चिदानंदन केआर को फिल्म को 'अयप्पमुण कोशियम' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार तमिल अभिनेत्री अपर्णा बालमुरली को मिला। उन्हें यह पुरस्कार 'सोरारई पोटरू' के लिए दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार अजय देवगन ने तान्हाजी के लिए और तमिल स्टार सूर्या ने सोरारई पोटरू के लिए संयुक्त रूप से जीता।
मलयालम फिल्म 'अयप्पणुम कोशियम' के लिए बीजू मेनन को सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता का पुरस्कार दिया गया
लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली ने तमिल फिल्म 'सिवरंजनयुम' के लिए सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री का खिताब जीता।
नचम्मा बेस्ट फीमेक प्लेबैक सिंगर बनीं। नचम्मा का जीवन आदिवासी संगीत के लिए समर्पित है। वह अपने लोकगीतों के लिए जानी जाती हैं।
तमिल फिल्म मंडेला के लिए अश्विन और सोरारई पोटरू की राइटर उषा देवी सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखन का जीता पुरस्कार।
नचिकेत बर्बे और महेश शेरला को 'तान्हा जी' के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइनर का पुरस्कार दिया गया।
समारोह में गोवा में हर साल होने वाले इंटरनैशन फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के 70 सालों के सफर की झलक दिखाई गई।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण समारोह में नैशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया (NFAI) पर दिखाई गई फिल्म। NFAI फिल्म के रील्स के संरक्षण और उनके डिजिटाइजेशन का काम करता है।