
'क्योंकि सास.... ' के मिहिर विरानी की असली तुलसी काैन हैं? मिलिए हेतल उपाध्याय से
क्या है खबर?
इस समय अगर छोटे पर्दे पर किसी धारावाहिक की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है तो वो है 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2'। सोशल मीडिया पर भी ये शो छाया हुआ है। तुलसी विरानी (स्मृति ईरानी) और मिहिर विरानी (अमर उपाध्याय) को देख दर्शक फूले नहीं समा रहे हैं। अमर के साथ-साथ उनकी असली तुलसी यानी हेतल उपाध्याय की भी खूब चर्चा हो रही है। आज हम आपको मिहिर की रियल लाइफ तुलसी से मिलवा रहे हैं।
काम
पति की कंपनी का काम संभालती हैं हेतल
48 साल के अमर उपाध्याय की पत्नी बेहद स्टाइलिश और ग्लैमरस हैं, जिनकी तस्वीरें इंटरनेट पर जमकर वायरल होती हैं। अमर रील लाइफ की तरह रियल लाइफ में भी एक आदर्श पति हैं और पत्नी हेतल के साथ अपने रिश्ते पर वह कई बार खुलकर बात कर चुके हैं। 46 वर्षीय हेतल रियल स्टेट डेवलपर हैं। इसके साथ ही वो पेशे से इंजीनियर भी हैं। वो अमर की कंपनी का काम संभालती हैं, जिसका नाम है जलराम ईको होम्स।
मुलाकात
हेतल से कैसे मिले थे अमर?
शादी के वक्त अमर 23 साल के थे। साल 1999 में हेतल-अमर शादी के बंधन में बंधे थे और उनकी शादी घरवालों ने तय की थी। अभिनेता ने बताया कि दोनों परिवारवालों ने मिलकर उनकी पहली मुलाकात करवाई थी। उन्होंने बताया था कि पहली बार वो हेतल से उनके घर पर ही मिले थे। उनकी सादगी, सरल स्वभाव और ईमानदारी ने अमर को आकर्षित किया था और उन्होंने तय कर लिया था कि वो उनके लिए एक आदर्श जीवनसाथी हैं।
प्रस्ताव
हेतल ने किया था अमर को प्रपोज
घर पर हेतल से मिलने के बाद अमर ने उन्हें लंच डेट के लिए पूछा था, वहीं पत्नी बनने से पहले हेतल ने अमर को प्रपोज किया था। अमर ने भी फौरन हां कर दी थी और फिर दोनों हमेशा के लिए एक हो गए थे। जल्द ही दोनों 2 बच्चों के माता-पिता भी बन गए। अमर और हेतल की एक बेटी और एक बेटा है। हेतल, अमर के साथ इंस्टाग्राम पर अक्सर अपनी प्यारभरी तस्वीरें साझा करती रहती हैं।
झटका
'क्योंकि सास...' में मिहिर की मौत से लगा था लोगों को सदमा
अमर टीवी के सबसे पसंदीदा कलाकारों में से एक हैं। उनकी फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त है। एकता कपूर के 'क्योंकि सास...' में उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि जब साल 2001 में उनके किरदार 'मिहिर' की मौत हुई तो कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। यही नहीं, चैनल के मुख्यालय को लेटर और फोन भी आए, जिनमें कहा गया कि मिहिर के किरदार को मारने का फैसला सही नहीं था। नतीजतन, निर्माताओं को 'मिहिर विरानी' को वापस लाना पड़ा।