मनोज बाजपेयी ने खुद को बताया सस्ता मजदूर, बोले- मुझे नहीं मिली शाहरुख-सलमान जैसी फीस
मनोज बाजपेयी इन दिनों अपनी फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' को लेकर सुर्खियों में हैं, जो OTT के बाद सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म को प्रशंसकों ने पसंद किया और अब वे उनकी वेब सीरीज 'द फैमिली मैन 3' के इंतजार में हैं। इसी बीच अभिनेता ने कहा है कि उन्हें सीरीज के लिए सलमान खान और शाहरुख खान जैसी फीस नहीं मिली है। उनका कहना है कि OTT पर बड़े और हॉलीवुड सितारों को ज्यादा फीस मिलती है।
जितनी फीस मिलनी थी नहीं मिली- बाजपेयी
अनफिल्टर्ड बाई समधीश में बाजपेयी से उनके बैंक बैलेंस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा, "भोसले और गली गुलियां जैसी फिल्में करके अमीर बनना संभव नहीं है।" अभिनेता ने 'द फैमिली मैन' के लिए सलमान या शाहरुख जैसे फीस मिलने से इनकार करते हुए कहा, "ये OTT वाले रेगुलर प्रोड्यूसर से कम नहीं हैं। ये बड़े सितारों को पैसा देते हैं। मुझे द फैमिली मैन के लिए जितनी फीस मिलनी चाहिए थी, वो नहीं मिली।"
हॉलीवुड कलाकारों को दी जाती है खूब फीस- बाजपेयी
बाजपेयी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि OTT प्लेटफॉर्म हॉलीवुड सितारों के लिए आसानी से फीस बढ़ा देते हैं। उन्होंने हंसते हुए कहा, "गोरा आएगा और शो करेगा तो उसको पैसे दे देंगे। ब्रांडों के पास चीन में फैक्ट्रियां हैं क्योंकि वहां पर मजदूरी कम देने होती है। इसी तरह से मैं यहां का सस्ता मजदूर हूं।" अभिनेता ने कहा कि जैक रयान ने अगर यहां आकर काम किया तो उन्हें भी अच्छी फीस दी जाएगी।
'मकबूल' में इरफान खान की जगह लेना चाहते थे बाजपेयी
बाजपेयी से इरफान खान के बारे में कहा, "हम दोनों एक दूसरे को नहीं जानते थे और हमारा दायरा बहुत अलग था। हम निश्चित रूप से साथ में काम करना चाहते थे, लेकिन मुझे उनसे कोई ईर्ष्या नहीं थी, क्योंकि मैं उन्हें करीब से नहीं जानता था।" हालांकि, बाजपेयी ने माना कि वह इरफान के कुछ कामों पर नजर रखे हुए थे और उन्होंने 'मकबूल' में उनकी जगह लेने के लिए 21 बार विशाल भारद्वाज को फोन भी किया था।
करण जौहर की फिल्में नहीं देखते अभिनेता
बाजपेयी ने यहां खुलासा किया कि उन्होंने आज तक करण जौहर की कोई फिल्म नहीं देखी है। दरअसल, अभिनेता से 'राजनीति' में उनके किरदार के लिए की गई तैयारी के बारे में सवाल किया गया था और फिर 'माय नेम इज खान' के ऑटिस्टिक किरदार का जिक्र हुआ। इस पर अभिनेता ने बताया कि उन्होंने ये फिल्म नहीं देखी है। उन्होंने कहा, "अब मैं कुछ बोल दूंगा तो ये विवाद बन जाएगा, लेकिन मैंने करण की फिल्में नहीं देखी हैं।"
'बंदा' को लेकर हुए विवाद पर साधी चुप्पी
इंटरव्यू के दौरान 'सिर्फ एक बंदा काफी है' का जिक्र हुआ तो बाजपेयी ने फिल्म देखने की सलाह दी, लेकिन जब उनसे इसके विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ज्यादा कुछ नहीं कहा और फिर बात को बदल दिया। जब उनसे पूछा गया कि फिल्म किसी एक के ऊपर तो नहीं बनाई गई है तो उन्होंने कहा कि इसमें हमने नेगेटिव किरदार को कई जगह से लिया है और यह किसी एक व्यक्ति पर नहीं बनाई गई है।