
अटल बिहारी के साथ यश चोपड़ा ने 'पिंजर' देखकर मनोज बाजपेयी को दी थी 'वीर-जारा'
क्या है खबर?
अभिनेता मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के उन कलाकारों में गिने जाते हैं जिन्होंने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है। वह अपने दिग्गज अभिनय के लिए जाने जाते हैं।
मनोज अब तक बड़े बजट की मसाला फिल्मों में कम ही नजर आए हैं। वह यश चोपड़ा की 'वीर-जारा' में कैमियो में नजर आए थे।
अब एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने इस फिल्म के लिए क्यों हामी भरी थी।
ऑफर
'पिंजर' से प्रभावित हुए थे यश चोपड़ा
ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे से बातचीत में मनोज ने बताया कि 'वीर-जारा' के लिए उन्हें यश चोपड़ा ने फोन किया था।
उन्होंने कहा, "मैंने यह फिल्म इसलिए की थी क्योंकि यश जी ने मुझे फोन किया था और इसे करने के लिए कहा था। वह 'पिंजर' देखने के बाद मेरे प्रशंसक हो गए थे। उन्होंने दिल्ली में इस फिल्म को लालकृष्ण आडवाणी जी, अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ देखा था और मेरे प्रदर्शन से प्रभावित हुए थे।"
शूटिंग
दिल्ली में थिएटर के दिनों में हुई थी शाहरुख-मनोज की मुलाकात
मनोज ने बताया कि इस फिल्म ने उन्हें शाहरुख खान संग फिर से समय बिताने का मौका दिया।
दोनों की मुलाकात दिल्ली में थिएटर करने के दौरान हुई थी।
मुंबई में दोनों अलग-अलग तरह की फिल्में करते थे, इसलिए यहां उनकी ज्यादा मुलाकात नहीं होती थी। उन्होंने यश के बारे में कहा, "मैं गेस्ट अपीयरेंस में था, इसलिए सिर्फ 3-4 दिन के लिए ही था। वो मुझे शाही अंदाज में रखते थे, उनके साथ शूटिंग में बहुत मजा आया था।"
वीर जारा
'जारा' के मंगेतर बने थे मनोज बाजपेयी
2004 की फिल्म 'वीर-जारा' प्यार और प्यार में अलगाव की मार्मिक कहानी है।
फिल्म में प्रीति जिंटा और शाहरुख खान मुख्य भूमिका में हैं।
प्रीति एक पाकिस्तानी लड़की जारा के किरदार में हैं, जिससे भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी वीर (शाहरुख) को प्यार हो जाता है।
मनोज ने फिल्म में जारा के मंगेतर का किरदार निभाया है।
IMDb पर इस फिल्म की 7.8 रेटिंग है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देखी जा सकती है।
लोकप्रियता
प्रशंसकों को है 'फैमिली मैन 3' का इंतजार
मनोज की हालिया फिल्म 'गुलमोहर' डिज्नी+ हॉटस्टार पर रिलीज हुई थी। यह एक फैमिली ड्रामा फिल्म है जिसमें मनोज के साथ शर्मिला टैगोर नजर आई हैं।
अब दर्शकों को उनकी चर्चित वेब सीरीज 'फैमिली मैन' के तीसरे सीजन का इंतजार है। शो के पिछले दोनों सीजन को दर्शकों ने काफी पसंद किया था।
अभिनेता ने 'द्रोह काल' (1994) के साथ बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की। हालांकि, राम गोपाल वर्मा की 'सत्या' (1998) ने उन्हें असल पहचान दिलाई।