अभी कुछ दिन और वेंटिलेशन पर रहेंगी लता मंगेश्कर, नहीं मिली अस्पताल से छुट्टी
सुर कोकिला लता मंगेशकर को बीते सोमवार की सुबह सांस लेने में तकलीफ़ की शिकायत के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद खबर आई थी कि लता की हालत स्थिर होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है। लेकिन हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लता का इलाज अभी भी चल रहा है और कुछ दिन के लिए उन्हें वेंटीलेटर पर रखा जाएगा।
कुछ दिन और वेंटीलेटर पर रहेंगी लता
लता के फैमिली डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी हालत स्थिर हो रही है, उनको कुछ और दिन के लिए वेंटीलेटर पर रखा जाएगा। वहीं, ब्रीच कैंडी के सीनियर डॉक्टर का कहना है, "इस समय उनका निमोनिया का इलाज चल रहा है और उनकी उम्र को देखते हुए हम कोई रिस्क नहीं ले सकते हैं। उन्हें दवाईयों के हाई डो़ज़ दिए जा रहे है।" डॉक्टरों की टीम गायिका पर नज़र बनाए हुए है।
लता की भांजी ने दी थी जानकारी
लता की भांजी रचना शाह ने बयान जारी कर जानकारी दी थी कि लता दीदी को सांस लेने में दिक्कत होने के बाद अस्पताल ले जाया गया। बयान के मुताबिक, बीते सोमवार को सुबह ढाई बजे लता जी को अस्पताल ले जाया गया था।
मंगलवार को दीदी अस्पताल से होंगी डिस्चॉर्ज- ऊषा
वहीं, इससे पहले एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए लता की बहन ऊषा मंगेश्कर ने बताया था कि सिंगर को वायरल इन्फेक्शन हुआ है और वह मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाएंगी। ऊषा ने कहा था, "लता दीदी अभी भी अस्पताल में हैं। वह डॉक्टर्स की देख-रेख में हैं। इस समय वह स्थिर हैं। वह कल (मंगलवार) को डिस्चॉर्ज हो जाएंगी। वह सिर्फ आज के लिए अस्पताल में हैं।"
अब तक हजार से ज्यादा गाने गा चुकी हैं लता
बता दें कि मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मीं लता जी ने एक हज़ार से ज्यादा गाने हिंदी सहित कई क्षेत्रीय भाषाओं में गाए। उन्होंने इसी साल मार्च में 'सौगंध मुझे इस मिट्टी की' गाया था। यह गाना उन्होंन भारतीय सेना के वीर जवानों को समर्पित किया था। लता ने 13 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। जानकारी दे दें कि लता का असली नाम हेमा हरिदकर है।
लता को मिल चुका है दादा साहब फाल्के और भारत रत्न अवॉर्ड
वहीं, अब तक तीन नेशनल अवॉर्ड जीत चुकी लता को हिंदी सिनेमा जगत के सबसे बड़े सम्मान दादा साहब फाल्के अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। साल 2001 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।