
कौन थीं नोटी बिनोदिनी, जिनका किरदार कंगना रनौत अगली फिल्म में निभाएंगी?
क्या है खबर?
कंगना रनौत इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म 'इमरजेंसी' की शूटिंग में व्यस्त हैं। इसी बीच उन्होंने अपनी अगली फिल्म की घोषणा कर दी है।
कंगना रंगमंच की दिग्गज कलाकार बिनोदिनी दासी (नोटी बिनोदिनी) की बायोपिक में उनकी भूमिका निभाएंगी।
फिल्म का निर्देशन 'परिणीता' और 'मर्दानी' के निर्देशक प्रदीप सरकार करेंगे।
फिल्म का लेखन प्रकाश कपाड़िया कर रहे हैं। प्रकाश इससे पहले 'देवदास', 'पद्मावत' और 'ब्लैक' जैसी फिल्मों का लेखन कर चुके हैं।
आइए आपको बताते हैं कौन थीं बिनोदिनी।
बयान
प्रोजेक्ट का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं कंगना
मीडिया से बातचीत में इस प्रोजेक्ट को लेकर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कंगना ने कहा, "मैं प्रदीप सरकार जी की बहुत बड़ी प्रशंसक हूं। यह मौका मिलने पर मैं बेहद खुश हूं। प्रकाश कपाड़िया जी के साथ मैं पहली बार काम करूंगी। देश के बेहतरीन कलाकारों के साथ इस सफर के लिए मैं बेहद उत्साहित हूं।"
बता दें, यह कंगना की चौथी बायोपिक फिल्म होगी।
परिचय
12 साल की उम्र में दी थी पहली प्रस्तुति
बिनोदिनी का जन्म 1862 में कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 12 साल की उम्र से ही अभिनय करना शुरू कर दिया था।
1874 में उन्होंने अपनी पहली प्रस्तुति अपने गुरु गिरीश चंद्र घोष की देखरेख में कलकत्ता राष्ट्रीय रंगमंच पर दी थी।
घोष इस रंगमंच के सह-संस्थापक थे। बंगाली रंगमंच के स्वर्णिम दौर का श्रेय घोष को दिया जाता है।
अपनी पहली प्रस्तुति से ही बिनोदिनी ने लोगों का दिल जीत लिया था।
लोकप्रियता
12 साल के सफर में 80 से ज्यादा किरदारों में डाली जान
24 साल की उम्र में जब बिनोदिनी शोहरत की बुलंदियों पर थीं, तभी उन्होंने अभिनय छोड़ने का फैसला लिया। हालांकि, उनके इस फैसले का सही कारण नहीं मिलता है।
महज 12 साल के इस सफर में उन्होंने 80 से ज्यादा किरदारों में अपनी जान डाली। इनमें सीता, द्रौपदी, राधा, आयशा, कैकई, मोतीबीबी जैसे किरदार शामिल हैं।
उन्होंने विवाह विभारत, दुर्गेश नंदिनी, अगोमुनी, बुद्धदेव जैसे निर्माताओं के साथ कई यादगार भूमिकाएं निभाई थीं।
प्रतिभा
'चैतन्य लीला' से प्रभावित हुए थे रामकृष्ण परमहंस
1884 में बिनोदिनी ने 'चैतन्य लीला' में वैष्णव संत चैतन्य महाप्रभु का किरदार निभाया था।
उनकी इस प्रस्तुति के दौरान दर्शकों में आध्यात्मिक गुरु रामकृष्ण परमहंस भी मौजूद थे। वह बिनोदिनी की प्रस्तुति से बेहद प्रभावित हुए।
कहा जाता है कि उनकी प्रस्तुति देखते हुए रामकृष्ण ध्यान में चले गए थे। इसके बाद उन्होंने युवा बिनोदिनी को अपना आशीर्वाद दिया।
कंगना की फिल्म में इस तरह की अनसुनी कहानियों के सामने आने की उम्मीद है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
यह कंगना की चौथी बायोपिक फिल्म है। वह इससे पहले 'थलाइवी' में जयललिता, 'मणिकर्णिका' में रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका निभा चुकी हैं। वहीं फिल्म 'इमरजेंसी' में वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभाएंगी।