
कौन हैं ग्रैमी विजेता गायक शर्विन हाजीपुर, जिन्हें गीत गाने पर सुनाई 3 साल की सजा?
क्या है खबर?
ग्रैमी पुरस्कार पा चुके ईरान के पॉप गायक शर्विन हाजीपुर सुर्खियों में हैं। गायक को 2022 में उनके द्वारा लिखे गए एक गाने के चलते 3 साल की जेल की सजा सुनाई गई है। दरअसल, गायक ने पुलिस कस्टडी में मारी गई महसा अमिनी और हिजाब विरोध प्रदर्शन के समर्थन में गाना लिखा था। इसके बाद उन पर हिंसा भड़काने और सरकार के खिलाफ प्रचार करने के आरोप लगे थे। ऐसे में आइए शर्विन के बारे में जानते हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
शर्विन के बारे में जानने से पहले उनसे जुड़ा मामला जान लेते हैं। दरअसल, शर्विन ने 2022 में सोशल मीडिया पर अपना गाना 'बराए' साझा किया था, जिसका मतलब 'किसी के लिए' है। उन्होंने इस गाने के बोल लोगों के ट्वीट से बनाए थे और बताया था कि ईरानी जनता सरकार के खिलाफ क्यों है। यह गाना जारी होते ही वायरल हो गया और गायक को अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।
सजा
यात्रा करने पर भी लगा प्रतिबंध
शर्विन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा कर उन्हें सजा मिलने की जानकारी दी है। शर्विन को राष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था बिगाड़ने और लोगों को उकसाने के आरोप में 3 साल की सजा सुनाई गई तो सरकार के खिलाफ प्रचार के लिए 8 महीने की सजा दी गई। हालांकि, ईरानी कानून के तहत जेल की सजा एक साथ चलेगी और गायक को 3 साल सलाखों के पीछे रहना होगा। गायक पर 2 साल तक यात्रा करने का भी प्रतिबंध लगा है।
शुरुआत
2018 में शुरू किया था शर्विन ने अपना सफर
26 वर्षीय शर्विन ने 2018 से सोशल मीडिया पर दूसरों के गाने को अपनी आवाज में रिकॉर्ड कर साझा करना शुरू किया था। इसके 1 साल बाद गायक ने न्यू एरा टेलीविजन शो में 'मेब पैराडाइज' गाने के साथ ऑडिशन दिया और फिर इसे अपने पहले गाने की तरह सोशल मीडिया पर रिलीज कर दिया। इस गाने ने उन्हें युवा पीढ़ी के बीच लोकप्रिय कर दिया, लेकिन गाने 'बराए' के रिलीज होते ही गायक को एक अलग पहचान मिल गई।
सम्मान
जिल बाइडन ने दिया था ग्रैमी पुरस्कार
शर्विन को अपने गाने 'बराए' के लिए अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन से सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत के विशेष ग्रैमी पुरस्कार से सम्मानित किया था। बाइडन ने इस गाने को स्वतंत्रता और महिलाओं के अधिकारों के लिए शक्तिशाली बताया था। इसके अलावा गायक को टाइम पत्रिका ने 2023 में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में भी जगह दी थी। शर्विन ने 'रूजाये खूब', 'दोन्या नेमिदमेश', 'बूदी बारा यार' जैसे गाने गाए हैं।