कंगना की बहन पर हुआ था एसिड अटैक, 54 सर्जरी से भी ठीक नहीं हुआ कान
क्या है खबर?
कंगना रनौत की बड़ी बहन रंगोली चंदेल बेबाकी से अपनी राय हर मुद्दे पर रखती हैं।
चाहे वह अपनी बहन कंगना को सपोर्ट करने की बात हो या उनका बचाव करने की बात हो, वह लगभग हर मामले में ट्विटर का सहारा लेती हैं।
अब इस बार रंगोली ने एसिड अटैक पर बात की है जिसका सामना उन्होंने कई सालों पहले किया था।
रंगोली ने ट्विटर पर खुलासा किया कि एसिड अटैक का सामना उन्होंने किस तरह से किया।
जानकारी
रंगोली ने घटना के हर पहलू पर की बात
रंगोली ने कई ट्वीट्स कर एसिड अटैक के बारे में बात की। उन्होंने यह भी बताया कि इसके बाद उन्हें 54 सर्जरी करवानी पड़ी थीं। रंगोली ने उस घटना के हर पहलू पर बात की है जिसका उन्होंने सामना किया था।
ट्विटर
रंगोली ने शेयर की अपने कॉलेज केे दिनों की फोटो
सबसे पहले रंगोली ने अपने कॉलेज के दिनों की एक तस्वीर शेयर की।
इस फोट़ो के कैैप्शन में रंगोली ने लिखा, 'हे भगवान!! हमारे बचपन की तस्वीरों को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, बहुत सारे दोस्त मेरे कॉलेज के दिनों की तस्वीर की मांग कर रहे थे। हम साइंस के छात्र थे, हमारे पास इन सबके लिए बिल्कुल भी समय नहीं था, फिर भी एक तस्वीर एनुअल डे की मिल गई है।'
ट्विटर पोस्ट
कॉलेज के दिनों के दौरान रंगोली
OMG !! Such an overwhelming response to our childhood pics, lot of friends asking for my pics from college, ha ha we were science students, we had no time for all this, still found one from annual day 😁 pic.twitter.com/baO8WTWYDu
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) October 1, 2019
खुलासा
मेरे चेहरे पर फेंका गया था एसिड, मेरी बहन को किया गया था शारीरिक प्रताड़ित- रंगोली
इसके बाद रंगोली ने इस पर ट्वीट किया कि वह कैसे एसिड अटैक का शिकार हुईं थीं।
उन्होंने लिखा, 'जैसे ही यह तस्वीर क्लिक हुई, वह लड़का, जिसका प्रस्ताव मैंने अस्वीकार कर दिया था, ने मेरे चेहरे पर एक लीटर एसिड फेंक दिया। इसके बाद मुझे 54 सर्जरी करवानी पड़ी थीं, साथ ही साथ मेरी छोटी बहन को शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया और उसे पीट-पीटकर लगभग मार दिया गया था।'
बयान
हर बुराई से लड़ने का समय आ गया है- रंगोली
अगले ट्वीट में रंगोली ने लिखा, 'क्योंकि हमारे पेरेंट्स ने खूबसूरत, बुद्दिमान और साहसी लड़कियों को जन्म दिया, यह दुनिया लड़कियों के साथ उदार नहीं है, समय आ गया है दुनिया की हर बुराई से लड़ने के लिए... ताकि हमारे बच्चे सुरक्षित रहें।'
जानकारी
पांच साल में हुई रंगोली की 54 सर्जरी
एक ट्वीट में रंगोली ने एक तस्वीर शेयर की जिसमें उनका चेहरा जला हुआ नजर आ रहा है।
रंगोली ने लिखा, 'बहुत सारे लोग इस बात का खेद महसूस कर रहे हैं कि मैंने अपनी सुंदरता खो दी, सच ये है कि जब आपके अंग आपकी आंखों के सामने जाते हैं तो सुंदरता आखिरी चीज़ होती है जिसके बारे में आप परवाह करते हैं। पांच साल में 54 सर्जरी के बाद भी मेरे कान को डॉक्टर्स रीकंस्ट्रक्ट नहीं कर पाए।'
ट्विटर पोस्ट
देखें रंगोली की तस्वीर
Lot of people feeling sorry about the fact that I lost my beauty, honestly when your organs melt before your eyes beauty is the last thing you care about, even after 54 surgeries over a span of 5 years doctors couldn’t reconstruct my ear...(contd) pic.twitter.com/M5MMHVHpOx
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) October 2, 2019
परेशानियां
शरीर के कई अंग हुए थे बुरी तरह से डैमेज
एक और ट्वीट में रंगोली ने बताया कि उन्हें इस अटैक की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
रंगोली ने लिखा, 'मैंने एक आंख खो दी थी, मेरा रेटिना ट्रांसप्लांट हुआ, डॉक्टर्स ने मेरे पूरे शरीर से स्किन के पैच लिए और मेरे एक ब्रेस्ट की ड्रॉप्टिंग की जो बुरी तरह से डैमेज हो गया था। प्रिथू (बेटी) को ब्रेस्ट फीडिंग कराने में बहुत परेशानी होती थी।'
दुख
अपराधी को कुछ ही हफ्तों में मिल गई थी जमानत- रंगोली
रंगोली ने आगे लिखा, 'मैं कई बार अपनी गर्दन को स्ट्रेच तक नहीं कर पाती, ग्रॉफ्टेड स्किन में भारी इचिंग होती है, मुझे ऐसा लगता है कि मैं खत्म ही हो जाती...।'
इसी ट्वीट में रंगोली ने आगे लिखा, 'आश्चर्य की बात है भारत में एसिड अटैक पीडितों की संख्या बहुत ज्यादा है, वह अपराधी कुछ ही हफ्तों में जमानत पर बाहर आ गया था, उसे ऐसे आराम से बाहर घूमते देखना काफी दर्द देता था।'
ट्विटर पोस्ट
'अपराधी को बेल मिलना देता था दर्द'
(contd)....even now I can’t stretch my neck sometime itching in grafted skin is so bad that I wish I was dead... shockingly acid victims numbers are very high in India, the culprit was out on bail within few weeks, it was too painful to see him roam around freely...(contd)
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) October 2, 2019
संघर्ष
मेरे युवा समय का सबसे अहम समय ऑपरेशन थिएटर में निकला- रंगोली
अपने आखिरी ट्वीट में रंगोली ने लिखा, 'मैंने केस को फॉलो करना छोड़ दिया, ऐसे लोगों के लिए मौत की सजा क्यों नहीं? सुंदरता आखिरी चीज़ थी जिसकी मुझे परवाह थी, मैं यूनिवर्सिटी टॉपर थी, लेकिन मेरे यूथ के सबसे हसीन साल ऑपरेशन थिएटर में निकले, अटैक से मेरा 90 प्रतिशत शरीर जल गया था, लेकिन फिर भी एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए कोई आरक्षण नहीं है।'
यकीनन सिस्टम से रंगोली का सवाल जायज है!
ट्विटर पोस्ट
रंगोली का सिस्टम से जायज सवाल
(Contd)..I stopped following the case, why not death sentence for these people? Beauty was the last thing I cared about I was university topper but best years of my youth went in operation theatres, even though I had 90 percent burn still no reservation for acid survivors (contd)
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) October 2, 2019