नहीं रहे 'जेम्स बॉन्ड' सीन कॉनरी, 90 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
दुनियाभर में मशहूर 'जेम्स बॉन्ड' की सात फिल्मों में नजर आ चुके हॉलीवुड अभिनेता सीन कॉनरी का आज निधन हो गया। उन्होंने 90 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। कॉनरी को दुनियाभर में सबसे ज्यादा लोकप्रियता अपने जेम्स बॉन्ड के किरदार से ही मिली थी। उन्होंने कई सालों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया। वह 'द विंड एंड द लायन', 'द मैन हू वुड बी किंग' और 'इंडियाना जॉन्स एंड लास्ट क्रुसेड' जैसी फिल्मों में भी दिखे हैं।
कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे कॉनरी
सीन कॉनरी के बेटे जेसन कॉनरी ने बताया कि उनका निधन बहामास में हुआ। वो बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। बहामास में उनके आखिरी समय में परिवार के कई सदस्य उनके साथ मौजूद थे।
कॉनरी ने 1954 में शुरू किया था करियर
कॉनरी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1954 में रिलीज हुई फिल्म 'लियाक्स इन द स्प्रिंग' से की थी। इस फिल्म में उन्हें कैमियो रोल में देखा गया था। इसके बाद वह कुछ समय तक किसी फिल्म में नहीं दिखे। इसके बाद 1957 में उन्होंने एक बार फिर वापसी की और इस बार उन्हें लगातार फिल्मों के प्रस्ताव मिलते गए। 1987 में उन्हें फिल्म 'द अनटचेबल्स' में सपोर्टिंग कलाकार के तौर पर ऑस्कर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
जेम्स बॉन्ड के रूप में बटोरा प्यार
गौरतलब है कि कॉनरी को 'डॉक्टर नो', 'फ्रॉम रशिया विथ लव', 'गोल्डफिंगर', 'थंडरबॉल', 'यू ओनली लिव ट्वाइस', 'डायमंड्स आर फॉरेवर' में जेम्स बॉन्ड की भूमिका में देखा जा चुका है। इस किरदार में उन्होंने खूब प्यारा बटोरा। कुछ समय पहले ही एक सर्वे हुआ था, जिसमें पूछा गया था कि जेम्स बॉन्ड का किरदार निभाने वाले कलाकारों में दर्शकों ने सबसे ज्यादा किसे पसंद किया? इस पर ज्यादा लोगों ने कॉनरी का नाम लेकर उन्हें पहले स्थान पर रखा था।
कई अवॉर्ड्स से नवाजे जा चुके हैं कॉनरी
कॉनरी को लंबे करियर में ऑस्कर के अलावा वह दो बाफ्टा अवॉर्ड और तीन गोल्डन ग्लोब्स सहित कई पुरस्कार अपने नाम कर चुके थे। आखिरी बार वह 2012 में 'सर बिली' फिल्म का हिस्सा बने थे। जिसमें उन्होंने सप बिली किरदार को आवाज दी थी।
बेहद गरीब परिवार से थे कॉनरी
सीन कॉनरी का जन्म 25 अगस्त, 1930 को एडिनबर्ग की मलिन बस्ति में आयरिश परिवार में हुआ था। गरीब परिवार से होने के कारण उन्हें स्कूल छोड़कर किशोरावस्था में मजदूरी करके परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ी। 17 साल की उम्र में वह रॉयल नेवी में भर्ती हुए। हालांकि, इसी बीच उन्हें गंभीर अल्सर की शिकायत हो गई जिस कारण उनकी यह नौकरी भी चली गई। उन्होंने बॉडीबिल्डिंग शुरू की और 1950 में मिस्टर यूनिवर्स प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया।