बेटे बाबिल के साथ फिल्म में काम करना चाहते थे इरफान, कर ली थी पूरी प्लानिंग
इरफान खान के निधन को भले ही एक साल पूरा होने वाला हो लेकिन उनके करीबी और फैंस उन्हें गाहे-बगाहे याद करते रहते हैं। इरफान की पत्नी सुतापा और बेटे बाबिल अक्सर उनसे जुड़ीं यादें सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं। एक हालिया इंटरव्यू में सुतापा ने बताया कि इरफान, बाबिल के साथ फिल्म में काम करना चाहते थे, लेकिन उनकी यह ख्वाहिश अधूरी रह गई। आइए जानते हैं सुतापा ने इस बारे में क्या कुछ कहा।
इरफान के पास थी बाबिल के लिए एक खास कहानी- सुतापा
पिंकविला के मुताबिक सुतापा ने कहा, "इरफान, बाबिल के साथ काम करने के लिए तैयार थे। उनके पास बाबिल के लिए एक अच्छी स्क्रिप्ट भी थी। इरफान इसी तैयारी में लगे थे कि इसी बीच वह हमें छोड़कर चले गए।" सुतापा ने कहा, "इरफान ने मुझसे कहा था कि अगर बाबिल फिल्मी दुनिया में ही अपना करियर बनाना चाहता है तो उनकी फिल्म उसके करियर के लिए बेहतर साबित होगी। इससे बाबिल बॉलीवुड में एक अच्छी शुरुआत करेगा।"
कुछ ऐसी थी इरफान की फिल्म की कहानी
सुतापा के मुताबिक फिल्म की कहानी कुछ दिव्यांग बच्चों के इर्द-गिर्द बुनी गई थी, जो एक फूटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं। उनका कोच उन्हें ट्रेनिंग देता है और फिर वे टूर्नामेंट जीतकर आते हैं। उन्होंने बताया, "इरफान इस फिल्म में एक्टिंग के साथ ही इसके निर्देशन की कमान भी संभालना चाहते थे। उन्होंने सारी तैयारियां कर ली थीं। बाबिल के साथ काम करने के लिए इरफान बेहद उत्साहित थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।"
फिल्म 'काला' से बॉलीवुड में एंट्री कर रहे बाबिल
भले ही बाबिल अपने पिता की फिल्म से बॉलीवुड में कदम नहीं रख पाए, लेकिन उन्हें पर्दे पर देखने के लिए दर्शक बेहद उत्सुक हैं। वह फिल्म 'काला' से एक्टिंग की दुनिया में दस्तक दे रहे हैं। इस फिल्म को अनुष्का शर्मा की प्रोडक्शन कंपनी 'क्लीन स्लेट फिल्म्स' प्रोड्यूस कर रही है। फिल्म का निर्देशन अवनिता दत्त कर रही हैं। फिल्म में बाबिल के साथ तृप्ति डिमरी और स्वास्तिका मुखर्जी नजर आएंगी। यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।
बाबिल ने बताया, अस्पताल के बेड पर लेटे पिता के क्या थे आखिरी शब्द?
इरफान दो साल से न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे। उन्हें आखिरी समय में पता चल गया था कि वह अब नहीं जी पाएंगे। बाबिल ने एक हालिया इंटरव्यू में बताया, "पिता के निधन से दो-तीन दिन पहले मैं अस्पताल में था। वह होश खो रहे थे। आखिरी बार उन्होंने मुझे देखा और मुस्कुराते हुए कहा, 'मैं मरने जा रहा हूं।' मैंने कहा, 'नहीं, आपको कुछ नहीं होगा।' वह फिर मुस्कुराए और वापस सो गए।"
बीते साल 29 अप्रैल को हुआ था इरफान का इंतकाल
इरफान ने पिछले साल 53 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने तीन साल कैंसर जैसी भयावह बीमारी से जंग लड़ी और 29 अप्रैल को इरफान इस दुनिया से चल बसे। मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में इरफान ने आखिरी सांस लीं। वह जिंदगी के आखिरी लम्हे तक लड़ते रहे। जाते-जाते इरफान ने कहा, 'जिंदगी को पहली बार चख रहा हूं।'