'देवदास': यूं ही नहीं बनी यह भव्य फिल्म, शूटिंग के वक्त आईं ये चुनौतियां
क्या है खबर?
'देवदास' संजय लीला भंसाली द्वारा बॉलीवुड को दिया गया वो तोहफा है, जिसकी चमक शायद की कभी कम हो।
इमोशन, ड्रामा, भव्य सेट, आभूषण, संगीत और नृत्य से सजी यह फिल्म बॉलीवुड की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में शुमार है।
यह फिल्म 12 जुलाई, 2002 को रिलीज हुई थी।
रिलीज होने के बाद फिल्म को जितनी वाहवाही मिली, इसकी शूटिंग में भंसाली को उतनी ही अड़चनों का सामना करना पड़ा था।
आइए, जानते हैं 'देवदास' के निर्माण के खास किस्से।
आर्थिक मुश्किल
अंडरवर्ल्ड से संबंध के आरोप में जेल गए सह-निर्माता
'देवदास' उस वक्त की बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्म थी। भरत शाह भंसाली के साथ इस फिल्म का निर्माण कर रहे थे।
तभी शाह पर आरोप लगा कि उनकी एक फिल्म को अंडरवर्ल्ड से पैसे मिले हैं। कानूनी प्रक्रिया के बाद शाह ने 16 महीने जेल में बिताए। शाह के जेल जाने से भंसाली की मुश्किलें बढ़ गईं।
समय पर भुगतान न होने की वजह से कई बार टेक्नीशियन्स काम से पीछे हट जाया करते थे।
हादसा
क्रू के 2 सदस्यों ने गंवाई जान
'देवदास' की कास्ट और क्रू के लिए यह फिल्म इसलिए भी यादगार है, क्योंकि उन्होंने अपनी आंखों के सामने कई हादसे भी देखे।
दरअसल, फिल्म में तेज हवा का एक दृश्य फिल्माया जाना था जिसके लिए सेट पर दो बड़े पंखे लगाए गए थे। शूटिंग के दौरान पंखा गिर गया और दीनदयाल का सिर उसमें फंस गया। दुर्भाग्य से उनकी मौत हो गई।
एक अन्य हादसे में लाइटमैन की ऊंचाई से गिरकर मौत हो गई थी।
ज्योतिषी
ज्योतिषी की ली मदद
फिल्म की शूटिंग के दौरान कई बार सेट पर आग लगी थी। फिल्म की अभिनेत्रियां शूटिंग के वक्त बार-बार बीमार पड़ रही थीं।
सभी दुर्घटनाओं से परेशान भंसाली ने एक ज्योतिषी की मदद ली थी। फिल्म की अभिनेत्री किरण खेर की सलाह पर भंसाली ने ज्योतिषी नीता सिन्हा की मदद ली थी। उनकी सलाह पर सेट पर कई बदलाव किए गए थे।
रिपोर्ट्स की मानें तो भंसाली आज भी अपनी फिल्मों के सेट पर नीता की सलाह लेते हैं।
कलाकार
कलाकारों ने नहीं छोड़ी कोई कसर
'देवदास', 'पारो' और 'चंद्रमुखी', फिल्म की आन-बान-शान हैं। फिल्म को बेजोड़ बनाने में कलाकारों ने भी कई जोखिम उठाए थे।
एक दृश्य में शाहरुख खान बोतल तोड़ते नजर आते हैं। इस दृश्य को फिल्माने में शाहरुख के हाथ में चोट लग गई थी।
गाना 'डोला रे डोला' की शूटिंग के दौरान ऐश्वर्या राय के झुमके इतने भारी थे कि उनके कान से खून निकलने लगा।
एक अन्य गाने में माधुरी ने 30 किलो का लहंगा पहनकर कथक किया था।
स्टार्स
शाहरुख, ऐश्वर्या नहीं थे पहली पसंद
भाले ही आज शाहरुख, ऐश्वर्या और माधुरी इस फिल्म की पहचान हैं, लेकिन ज्यादातर सितारे इस फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, देवदास की भूमिका पहले सलमान खान को ऑफर की गई थी।
पारो की भूमिका के लिए पहले करीना कपूर से संपर्क किया गया था, लेकिन उनकी मां ने इसके लिए मना कर दिया था।
चुन्नीलाल की भूमिका जैकी श्रॉफ से पहले गोविंदा और सैफ अली खान को दी गई थी।
संगीत
संगीत तैयार करने में लगे 2 साल
'देवदास' के इमोशन का अहम हिस्सा इसका संगीत है। संगीतकार इस्माइल दरबार ने इस फिल्म के शानदार गानों का संगीत 2 साल में तैयार किया था।
हर एक गाने की रिकॉर्डिंग करीब 10 दिनों में हुई थी, फिर इसके बाद उन्हे 8-9 बार मिक्स किया जाता था। इस दौरान इस्माइल दरबार और भंसाली में काफी मनमुटाव और कहासुनी भी हुई। हालांकि, बाद में दोनों ने अपनी अनबन को दूर कर लिया था।