करण जौहर और धर्मा प्रोडक्शंस के CEO अपूर्व मेहता की दोस्ती के अनसुने किस्से
क्या है खबर?
बॉलीवुड सितारों के बीच दोस्ती और रिश्ते अक्सर चर्चा में रहते हैं। बॉलीवुड दोस्तों की जोड़ी अक्सर फिल्मी कार्यक्रमों में साथ नजर आती है और इनके किस्से मशहूर होते हैं।
हालांकि, एक ऐसी दोस्ती भी है, जिसके किस्से कम ही लोग जानते हैं। यह जोड़ी 2 दशक से फिल्म जगत पर राज कर रही है।
हम बात कर रहे हैं धर्मा प्रोडक्शंस के CEO अपूर्व मेहता और करण जौहर की।
आइए आपको इस जानदार दोस्ती की खास बातें बताते हैं।
धर्मा
यश जौहर के निधन के बाद अकेले पड़ गए थे करण
करण 31 साल के थे, जब 2004 में उनके पिता यश जौहर का निधन हुआ था। अब तक उन्होंने पिता के सानिध्य में 'कुछ कुछ होता है', 'कभी खुशी कभी गम' फिल्में बनाई थीं, लेकिन कभी भी आर्थिक गतिविधियों में शामिल नहीं हुए थे।
द वीक को करण ने बताया कि उन्होंने कभी कोई चेक साइन नहीं किया था, कभी अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट से नहीं मिले थे।
ऐसे में लंदन में काम कर रहे उनके दोस्त अपूर्व उनका सहारा बने।
धर्मा प्रोडक्शंस
धर्मा प्रोडक्शंस संभालने के लिए भारत आए अपूर्व
अपूर्व उन दिनों लंदन में यशराज फिल्म्स में काम कर रहे थे। करण की मुश्किल जानने के बाद वह परिवार समेत मुंबई आ गए और धर्मा प्रोडक्शंस के CEO का पद संभाला। इस जोड़ी ने धर्मा प्रोडक्शंस को बॉलीवुड की सबसे बड़ी निर्माता कंपनियों के बीच खड़ा कर दिया।
अब अपूर्व और करण का परिवार एक ही बिल्डिंग में रहता है।
करण ने कहा, "वह मेरे लिए आर्थिक पुलिस हैं। अब हम भाई हैं।"
दोस्ती
स्कूल के दिनों से दोस्त हैं करण और अपूर्व
अपूर्व और करण की दोस्ती स्कूल में हुई थी। 9वीं कक्षा में करण का सेक्शन बदला गया और वह डर गए कि वहां उनका कोई दोस्त नहीं होगा।
जब शिक्षक ने नई कक्षा के छात्रों से पूछा कि करण से कौन दोस्ती करना चाहता है, तो अपूर्व ने झट से हाथ उठाया। शिक्षक ने दोनों को साथ में बैठा दिया।
52 वर्षीय अपूर्व कहते हैं कि उनका करियर एक खुशनुमा इत्तेफाक है।
बचपन
ऐसा था अपूर्व का बचपन
अपूर्व जब 17 साल के थे, तो उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद उन्हें पिता के तांबे के तार के बिजनेस को संभालना पड़ा।
वह कॉलेज के बाद ऑफिस जाते और देर रात तक सारा काम खत्म करते थे।
उन्होंने MBA की पढ़ाई करने का फैसला किया। उन दिनों YRF का लंदन में ऑफिस खुलने वाला था। करण की मदद से उन्हें इसमें नौकरी मिल गई।
वह दिन में काम करते और शाम को पढ़ाई करते थे।
साझेदागी
2 दशक से बेमिसाल है जोड़ी
यह जोड़ी करीब 2 दशक से सफलतापूर्वक धर्मा प्रोडक्शंस को चला रही है।
करण कंपनी के रचनात्मक काम को संभालते हैं। वह फिल्म के सेट पर जाने के लिए बेताब रहते हैं, जबकि अपूर्व को फिल्ममेकिंग के बिजनेस में मजा आता है।
करण अपूर्व के आर्थिक फैसलों में हस्तक्षेप नहीं करते हैं। उधर, अपूर्व का मानना है कि धर्मा मतलब 'करण जौहर'।
अपूर्व को अन्य स्टूडियो से प्रस्ताव मिलते हैं, लेकिन उनका कहना है कि धर्मा उनका घर है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
यश जौहर ने 1979 में धर्मा प्रोडक्शंस की स्थापना की थी। इसकी पहली फिल्म 'दोस्ताना' 1980 में रिलीज हुई थी। शुरुआत में बिजनेसमैन एसपी हिंदुजा के बेटे धरम हिंदुजा ने उनकी आर्थिक मदद की थी, इसलिए यश ने कंपनी का नाम उनके नाम पर रखा।