जन्मदिन विशेष: पीयूष मिश्रा की इन कविताओं और गानों का आज भी दीवाना है जमाना
अभिनेता, लेखक, गीतकार, संगीतकार और गायक पीयूष मिश्रा आज अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं। यूं तो पीयूष ने अपनी काबिलियत के दम पर युवाओं की एक बड़ी जमात को अपने अभिनय का कायल बनाया है, लेकिन जमाना आज भी उनकी कविताओं का दीवाना है। यही वजह है कि आज हम आपको उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी बेहतरीन कविताओं और गानों के बारे में बताने जा रहे हैं।
आरंभ है प्रचंड
पीयूष के करियर की बात करें और 'आरंभ है प्रचंड' का जिक्र न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। इस गीत का लेखन उन्होंने फिल्म 'गुलाल' के लिए किया था। इसका संगीत भी उन्होंने ही तैयार किया था और गाया भी उन्होंने ही था। यूं तो यह गीत साल 2009 में फिल्म में युद्ध से पहले खुदको तैयार कर रहे सैनिकों के लिए लिखा गया था, लेकिन इसके बोल आज भी युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं।
इक बगल में चांद होगा
फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के प्रसिद्ध होने के विभिन्न कारण थे, इन कारणों में से एक पीयूष की नज्म 'इक बगल में चांद होगा, इक बगल में रोटियां' भी थी। यह गीत कम, और गहरे अर्थ वाली नज्म ज्यादा लगती है, जिसे स्वयं पीयूष ने गाया था। बता दें, उन्होंने अनुराग कश्यप ने निर्देशन में बनी फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के दोनों पार्ट में एक प्राथमिक किरदार भी निभाया था।
हुंकार
बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर की फिल्म 'शमशेरा' भले ही बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई हो, लेकिन इसका गाना 'हुंकार' काफी हिट रहा। लोगों को यह गाना काफी पसंदी आया, लेकिन उन्हें इस गाने के बोल और संगीत काफी हद तक 'आरंभ है प्रचंड' के जैसा लगे। बता दें, इसके बोल पीयूष द्वारा लिखे गए थे। इस गीत को ऋचा शर्मा, सुखविंदर सिंह और मिथून ने अपनी आवाज दी थी।
आजा नचले
माधुरी दीक्षित नेने ने अपनी डांस बेस्ड फिल्म 'आजा नचले (2007)' से बड़े पर्दे पर वापसी की थी और इसका प्रचार इसके टाइटल ट्रैक 'आजा नचले' से किया गया था। बता दें, पीयूष के लेखन, सुनिधि चौहान के गायन और माधुरी के डांस की वजह से यह गाना काफी हिट साबित हुआ था। इस फिल्म में माधुरी के अलावा कोंकणा सेन शर्मा, रणवीर शौरी, कुणाल कपूर भी मुख्य भूमिका में थे।