हार्वे विंस्टीन रेप के एक और मामले में दोषी, 16 साल की जेल
पहले से ही जेल में 23 साल की सजा काट रहे हॉलीवुड फिल्म निर्माता हार्वे विंस्टीन को अब पूरी जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ेगी। दरअसल, हाल ही में हुई सुवनाई में उन्हें एक अन्य मामले में रेप का दोषी पाया गया है। लॉस एंजेलिस में हुई जांच के लगभग दो महीने बाद उन्हें 16 साल की सजा सुनाई गई है। इस फैसले के बाद हॉलीवुड जगत में खुशी की लहर है। आइए जानते हैं क्या कुछ जानकारी मिली है।
अभिनेत्री ने लगाया था ये आरोप
हार्वे पर आरोप है कि एक दशक पहले उन्होंने एक यूरोपीय अभिनेत्री का शोषण किया था। इस मामले में अब उन्हें सजा सुनाई गई। अभिनेत्री का आरोप था कि 2013 में LA इटालिया फिल्म फेस्टिवल के बाद एक होटल में हार्वे ने उनका रेप किया था। 23 साल की सजा के बाद अब 16 साल की सजा सुनाई गई, जिसके बाद कहा जा सकता है कि 71 साल के हो रहे हार्वे अपना बचा हुआ जीवन जेल में बिताएंगे।
"मुझे आजीवन कारावास मत दो"
सजा सुनाए जाने के समय हार्वे व्हीलचेयर पर कोर्ट में मौजूद थे और इस दौरान उन्होंने जज से अपने लिए दया की भीख मांगी। हार्वे ने जज से कहा, "प्लीज मुझे आजीवन कारावास की सजा न दें। मैं इसके लायक नहीं हूं। इस मामले में बहुत सी चीजें गलत हैं।" हालांकि, जज ने हार्वे की एक नहीं सुनी। यौन अपराधों की अपनी 23 साल की सजा पूरी करने के बाद हार्वे नए सिरे से सजा काटेंगे।
अभिनेत्री ने रोते हुए की थी कड़ी से कड़ी सजा की मांग
जिस यूरोपीय अभिनेत्री ने हार्वे पर आरोप लगाए थे, उसकी पहचान उजागर नहीं की गई थी, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने रोते हुए जज से गुहार लगाई थी हार्वे को अधिक से अधिक सजा दी जाए। अभिनेत्री ने रोते हुए कहा था, "हार्वे के स्वार्थी और घृणित कार्यों ने मेरे जिंदगी को खराब कर दिया। उसने मुझे जो नुकसान पहुंचाया है, उसकी भरपाई के लिए कोई जेल की सजा पर्याप्त नहीं है।"
2017 में सामने आई थीं हार्वे की करतूतें
हार्वे पर पहली बार खुलासा 2017 में हुआ था, जब न्यूयॉर्क टाइम्स ने उनके कारनामों पर एक रिपोर्ट छापी और उनका कच्चा चिट्ठा खोला। 2017 में #MeToo अभियान चला और उसके तहत कई महिलाओं ने उन पर यौन उत्पीड़न और रेप जैसे कई गंभीर आरोप लगाए। 2018 में पहली बार हार्वे की गिरफ्तारी हुई। 2020 में उन्हें रेप और यौन उत्पीड़न के मामले में दोषी करार दिया था, जिसके बाद उन्हें 23 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
हार्वे से हुई #MeToo आंदोलन की शुरुआत
पूर्व अमेरिकी निर्माता हार्वे को फिल्म 'द शेक्सपियर इन लव' के लिए ऑस्कर मिल चुका है। उन्हें हॉलीवुड का किंग कहा जाता था, क्योंकि उनके बारे में कुछ कहने की हिम्मत किसी की नहीं होती थी। दुनियाभर में #MeToo आंदोलन की शुरुआत उन्हीं से हुई।